भारतीय किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने कहा कि केंद्र सरकार के अडियल रवैए के कारण ही लखीमपुर खीरी जैसी अनहोनी हो रही हैं। किसानों की आवाज दबाने के लिए अब गुंडातंत्र का सहारा लेने लगे हैं। उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी में किसानों की निर्मम हत्या मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री को बर्खास्त किया जाना चाहिए। किसान विरोधी तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाना चाहिए। इससे देशभर के पीडि़त किसानों को राहत मिलेगी।
पटरियों पर ही धरना, प्रदर्शन और भाषण
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर जिलाभर में किसान अपने नजदीकी रेलवे स्टेशनों पर पहुंचे और रेल रोको आंदोलन में भाग लिया। सिरसा के अलावा डबवाली, कालांवाली सहित अन्य कई रेलवे स्टेशनों पर भी किसानों ने रोष प्रदर्शन करते हुए रेल नहीं चलने दी। सुबह 10 बजे से सायं 4 बजे तक रेल पटरियों पर किसान नेताओं के भाषण, और धरना प्रदर्शन जारी रहा। इससे रेल संचालन प्रभावित रहा।