दामाद के बाद शूटर भी गिरफ्तार 26 जनवरी, 2019 को फाजिलपुर झाड़सा गांव निवासी हरपाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दो बाइकों पर आए बदमाशों ने उन्हें गोली मारी थी। पुलिस तब से जांच में लगी हुई थी। पुलिस की शक की सुई हरपाल के दामाद गांव भोकरका निवासी नरेश पर गई। पुलिस को कोई सबूत नहीं मिला। फिर हत्याकांड की जांच क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर बिजेंद्र हुड्डा को सौंपी गई। उन्होंने छानबीन के बाद मोकलवास-पचगांव रोड पर केएमपी के पास से नरेश को गिरफ्तार किया। उससे पूछताछ हुई तो सारा भेद खुल गया। सुपारी लेकर हत्या करने वाले गांव खेडला निवासी जयवीर तथा मोकलवास निवासी विकास यादव को रात में ही गिरफ्तार कर लिया।
मारपीट का बदला लेने और जमीन के लालच में हत्या कराई एसीपी (क्राइम) प्रीतिपाल ने बताया कि नरेश आपराधिक प्रवृत्ति का है। इस कारण एक बार श्वसुर ने उसके साथ मारपीट कर दी थी। फिर अवैध हथियार रखने के आरोप में भोंडसी जेल गया था। जेल में उसकी मुलाकात विकास यादव व जयवीर से हुई। दोनों एक मामले में बंद थे। नरेश ने वहीं अपने ससुर की हत्या की साजिश रची। नरेश की पत्नी हरपाल की गोद ली हुई बेटी थी। एक कारण यह भी था कि हरपाल की संपत्ति का कोई दूसरा वारिस न होने के कारण नरेश ने उन्हें रास्ते से हटाने की योजना बनाई। दूसरे वह मारपीट से क्षुब्ध था।
जमीन नाम करवा दी पुलिस पूछताछ में नरेश ने बताया कि एक करोड़ रुपये उसके पास नहीं थे। इसलिए उसने अपने दादा की जमीन विकास के नाम करवा दी थी। यह बात उसके पिता को पता चल गई तो उन्होंने किसी तरह जमीन वापस अपने नाम करवा ली। इसके बाद नरेश बदमाशों को सुपारी की रकम देने का इंतजाम ही कर रहा था पुलिस के हत्थे चढ़ गया। नरेश को जेल भेज दिया गया है।