ब्लैक फंगस: दावा: तैयारियां पूरी,हकीकत: मिल नहीं रही दवाई
गुडगाँवPublished: May 24, 2021 12:40:28 am
गुरुग्राम. प्रदेश में म्यूकोरमाइकोसिस अर्थात ब्लैक फंगस के अभी तक 421 मरीज सामने आए हैं, जो राज्य के विभिन्न अस्पतालों में उपचाराधीन हैं। ब्लैक फंगस के सबसे अधिक 149 मामले गुरुग्राम में हैं।
ब्लैक फंगस: दावा: तैयारियां पूरी,हकीकत: मिल नहीं रही दवाई
हरियाणा के गुरुग्राम में सबसे अधिक मामले
हिसार में 88, फरीदाबाद में 50, रोहतक में 26, सिरसा में 25, करनाल में 17, पानीपत में 15, अम्बाला में 11, भिवानी में 8 तथा शेष मामले अन्य जिलों में हैं।
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि केंद्र से 12,000 एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन मांग की है। ब्लैक फंगस के उपचार में काम आने वाले ऐसे 1250 इंजेक्शन हमारे पास अभी हैं। राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में 20-20 बेड ब्लैक फंगस के लिए रिजर्व किए हैं।
कोरोना के इतिहास और संबंधित गतिविधियों को लिखने के लिए पीजीआई रोहतक की चिकित्सक टीम बनाई है, ताकि यदि 100 साल बाद इस तरह की महामारी आती है तो हमारे द्वारा की गई व्यवस्थाओं का फायदा भावी पीढिय़ां ले सकें।
किसी भी मेडिकल कॉलेज में करवा सकते हैं इलाज
ब्लैक फंगस के इलाज के लिए राज्य सरकार ने पीजीआई रोहतक सहित प्रदेश के सभी मेडिकल कालेजों को अधिकृत किया है। रोगी पाए जाने पर अस्पताल के लिए उसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को देना अनिवार्य किया गया है। गुरुग्राम जिला प्रशासन के प्रवक्ता ने बताया कि पीडि़त व्यक्ति ई मेल पर निर्धारित प्राफार्मा भरकर डॉक्टर के हस्ताक्षर उपरांत इंजेक्शन प्राप्त कर सकते हैं।
दवाओं की बढ़ रही किल्लत
गुरुग्राम. ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, लेकिन दवाओं की किल्लत बढ़ती जा रही है। तीमारदार दवाओं के लिए भटकने को मजबूर हैं।
ट्वीट कर मांग रहे मदद
प्रमोद कुमार ने ट्वीट कर कहा कि मेदांता में भर्ती मरीज के लिए एंफोमल एंटी फंगल वैक्सीन 10 दिन के लिए चाहिए। वहीं, मनीष ने कहा है कि पारस अस्पताल में भर्ती मरीज के इलाज के लिए इंजेक्शन चाहिए। राहुल आर्या ने भी ट्वीट कर मेदांता अस्पताल में भर्ती मरीज के लिए फंगस की दवाएं उपलब्ध कराने की गुहार लगाई।