मुख्यमंत्री की बैठक में बताया गया कि गुरूग्राम शहर में सर्वेलेंस प्रणाली को मजबूत करने के लिए 1926 सीसीटीवी कैमरे 358 स्थानों पर लगाए जाएंगे। इसके लिए शहर में फाइवर केबल बिछाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। ये सभी कैमरे कमांड कंट्रोल सेंटर से जुडे होगें। इस फाइबर केबल के माध्यम से शहर में सभी तरह की स्मार्ट सर्विसेज उपलब्ध करवाई जाएगी और इस प्रकार की फाईबर केबल बिछाने वाला गुरूग्राम देश का पहला शहर होगा। फाइबर केबल की फीड सरकारी विभागों, पुलिस थानों, स्कूलों और संस्थाओं में दी जाएगी। इससे इंटरनेट तथा वाई-फाई की सुविधाएं भी मिल सकेंगी। यही नहीं, शहर में शापिंग मॉल तथा अन्य निजी संस्थानों में लगे लगभग 60000 सीसीटीवी कैमरों को भी इस नेटवर्क के साथ जोडा जाएगा और इसका कंट्रोल जीएमडीए के पास रहेगा। इस सुविधा से यातायात प्रबंधन भी मदद मिलेगी।
इस परियेाजना पर लगभग 65 करोड रूपए का खर्च आएगा जिसमें से 25 करोड रूपए हरियाणा पुलिस विभाग द्वारा खर्च किया जाएगा और इस परियोजना का पहला चरण 9 माह में पूरा होगा जिसके तहत गुरूग्राम-मानेसर अर्बन काम्पलैक्स विकास योजना की 600 किलोमीटर सडकों को कवर किया जाएगा। बैठक में यह भी बताया गया कि इन सीसीटीवी कैमरों में कैप्चर की जाने वाली वीडिया फीड कैमरे में सात दिन और कमांड कंट्रोल सेंटर में 30 दिन तक उपलब्ध रहेगी। फाइवर केबल बिछाने के लिए जीएमडीए द्वारा गुरूग्राम-मानेसर अर्बन काम्पलैक्स विकास योजना के अधीन क्षेत्र को 6 भांगों में बांटा गया है। इस परियोजना के तहत यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों का ई-चालान अपने आप कट जाएगा। इसके अलावा, अपराध पर अंकुश लगाने में भी सहयोग मिलेगा।
बैठक में गुरूग्राम के सेक्टर 72 में वाटर बूस्टिंग स्टेशन स्थापित करने को भी मंजूरी प्रदान की गई जिस पर लगभग 67 करोड रूपए खर्च होंगे। मुख्यमंत्री को बताया गया कि 6 एकड में बनने वाले इस बूस्टिंग स्टेशन से गुरूग्रााम के नए विकसित किए जा रहे सैक्टर 58 से 80 में पेयजल आपूर्ति होगी और इसकी क्षमता 24 हजार किलो लीटर की होगी।
बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरूग्राम के सेक्टर 58 से 115 में पेयजल आपूर्ति की लाईने बिछाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी। इस परियोजना के तहत वर्तमान पेयजल आपूर्ति वितरण प्रणाली को दोबारा से डिजाइन किया गया है। बैठक में बताया गया कि सैक्टर 58 से 115 में एक अनुमान के अनुसार 173.80 एमजीडी पानी की आवश्यकता होगी। इस परियोजना पर लगभग 227 करोड रूपए खर्च आएगा। बैठक में गुरूग्राम के सैक्टर 29 स्थित लेजर वैली पार्क का नाम बदलकर महाराणा प्रताप स्वर्ण जंयती पार्क रखने का प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। इसके अलावा, हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन लि. द्वारा गुरूग्राम के खेडकी दौला में वाहनों के सुचारू आवागमन के लिए मल्टी माडल ट्रांजिड सेंटर (एमएमटीसी) विकसित करने पर भी विस्तार से चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इस परियोजना पर गहन अध्ययन करके प्रस्ताव पुन: रखा जाए।