गुडगाँव

हरियाणा: भाजपा में इन छह सीटों पर पेंच फंसने से रूकी प्रत्याशियों की सूची

करनाल में सर्वाधिक दावेदारों ने बढ़ाई मुसीबत, गुरूग्राम सीट से राव इंद्रजीत की बजाए बेटी को टिकट देने की कवायद में हाईकमान…
 

गुडगाँवMar 23, 2019 / 06:03 pm

Prateek

(चंडीगढ़,गुरूग्राम): भारतीय जनता पार्टी संसदीय बोर्ड की बीती रात हुई बैठक में हरियाणा की दस लोकसभा सीटों के बारे में विचार तो हुआ लेकिन छह सीटों पर पेंच फंसने के कारण सूची जारी नहीं हो सकी है। हालांकि मुख्यमंत्री इसे विपक्षी दलों को हराने की कवायद का हिस्सा बता रहे हैं लेकिन वास्तविकता यह है कि संसदीय बोर्ड की बैठक में सबसे अधिक विवाद जहां करनाल लोकसभा सीट को लेकर हुआ है, वहीं गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र में भी बड़ा टविस्ट आ गया है। इस बैठक में हरियाणा की तरफ से मुख्यमंत्री मनोहर लाल, भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला, पार्टी प्रभारी अनिल जैन, चुनाव प्रभारी कलराज मिश्र, सह प्रभारी तथा संगठन मंत्री सुरेश भट्ट ने भाग लिया।


बैठक में मौजूद एक नेता की मानें तो रोहतक लोकसभा सीट पर जहां जाट व गैर जाट को चुनाव मैदान में उतारने के मुद्दे पर पार्टी में एक राय कायम नहीं हो सकी है वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल के गृहक्षेत्र करनाल में स्थिति बेहद पेचीदा बन गई है। करनाल सीट पर केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी जहां प्रधानमंत्री खेमे के माध्यम से लॉबिंग कर रही हैं वहीं पार्टी नेता संजय भाटिया की वकालत मुख्यमंत्री मनोहर लाल कर रहे हैं। वहीं एक समय के दौरान करनाल से विधानसभा के प्रबल दावेदार रहे चंद्रप्रकाश कथूरिया भी हाईकमान में अपने संबंधों के आधार पर करनाल से दावेदारी पेश कर रहे हैं।


दूसरी तरफ हाल ही में भाजपा में आए पूर्व सांसद अरविंद शर्मा की भी पहली पसंद करनाल है। टिकट आवंटन में अस्थिरता के चलते अरविंद शर्मा ने करनाल में अपना रोड शो तक स्थगित कर दिया है।


संसदीय बोर्ड की बैठक में गुरुग्राम लोकसभा सीट को लेकर बड़ा टविस्ट आ गया है। पहले जहां राव इंद्रजीत सिंह की टिकट को पक्का माना जा रहा था वहीं अब पार्टी का एक बड़ा खेमा राव इंद्रजीत सिंह की बजाए उनकी बेटी को चुनाव मैदान में उतारने का पक्षधर बन रहा है। राव इंद्रजीत लंबे समय से अपनी बेटी को राजनीति में उतारने की कवायद में लगे हुए हैं। बैठक में एक वरिष्ठ नेता ने तर्क दिया कि अगर राव इंद्रजीत की जगह उनकी बेटी को टिकट दी जाती है तो वह विरोध की राजनीति नहीं करेंगे और राजनीतिक रूप से शांत होंगे। राव इंद्रजीत की टिकट कटने से कई अन्य नेताओं को भी कड़ा संदेश जाएगा।


दूसरा सिरसा सीट पर सुनीता दुगगल और अंबाला से बंतो कटारिया की दावेदारी भी कमजोर होगी क्योंकि पार्टी एक महिला को टिकट देकर अपना कोरम पूरा कर लेगी।


गुरुग्राम के अलावा सिरसा सीट पर सुनीता दुगगल और हंसराज हंस की दावेदारी मजबूत होने के कारण संसदीय बोर्ड की बैठक में इस सीट को भी पेंडिंग कर दिया गया। दूसरी तरफ सोनीपत से ओलंपियन योगेश्वर दत्त की मजबूत दावेदारी और मुख्यमंत्री द्वारा उनकी पैरवी ने इस सीट पर पेंच फंसा दिया है। जिसके चलते सोनीपत को भी पैंडिंग कर दिया गया है। भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से पार्टी का एक बड़ा खेमा मौजूदा सांसद धर्मबीर की टिकट काटने का मन बना चुका था लेकिन धर्मबीर दोबारा लॉबिंग करने में कामयाब हो गए और पार्टी ने उनके दावे पर फिर से विचार करना शुरू कर दिया है। जिसके चलते इस सीट को भी पैंडिंग कर दिया गया है।

 
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