scriptअवैध रूप से विदेश भेजने वाले एजेंट्स पर हरियाणा सरकार का चाबुक | Haryana police arrested 27 agents sent abroad illegal latest news | Patrika News

अवैध रूप से विदेश भेजने वाले एजेंट्स पर हरियाणा सरकार का चाबुक

locationगुडगाँवPublished: Jun 22, 2020 06:23:41 pm

Submitted by:

Bhanu Pratap

27 एजेंट गिरफ्तार, 35.33 लाख रुपये बरामद

anil vij

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गुरुग्राम/चंडीगढ़। अवैध रूप से विदेश भेजने वाले एजेंट्स पर हरियाणा सरकार का चाबुक चला है। हरियाणा पुलिस ने पूरे राज्य में अभियान चलाया है। इसके चलते 28 एजेंट्स गिरफ्तार किए गए हैं। इनके कब्जे से 35.33 लाख रुपये बरामद हुए हैं। अभियान अभी जारी है। हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज का कहना है कि इस अवैध धंधे को बंद कराएंगे ताकि युवकों को विदेश में जेल न जाना पड़े।
क्यों शुरू किया अभियान
वर्ष 2018-19 में कुछ एजेंट्स ने हरियाणा के अनेक युवकों को अवैध रूप से अमेरिका भेजा था। उन्हें अच्छी नौकरी और वेतन का लालच दिया था। अमेरिका तो पहुंच गए लेकिन पुलिस ने पकड़ लिया और जेल में डाल दिया। इन्हें काफी समय तक जेल में रखने के बाद अमेरिकी सरकार ने वापस भारत भेजा। लोगों ने ठगे जाने की शिकायत की। इस पर हरियाणा सरकार द्वारा अवैध रूप से विदेश भेजने के धंधे में संलिप्त लोगों पर नकेल कसने के लिये एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन किया गया। इस समय अनेक मामलों की जांच कर रही है।
एजेंट्स के खिलाफ 410 केस दर्ज

राज्य सरकार के आदेश पर पुलिस ने जांच की। एजेंट्स के खिलाफ 254 मामले दर्ज किये। इसके अलावा अवैध रूप से अमरीका विदेश भेजने के सिलसिले में भी 156 नए मामले दर्ज किये हैं। इस तरह कुल मिलाकर 410 मुकदमे पंजीकृत हैं। इन सभी की एसआईटी जांच कर रही है।
जून में 11 आरोपी पकड़े
एसआईटी प्रमुख भारती अरोड़ा ने बताया कि इस माह आठ जून तक 11 आरोपियों को गिरफतार किया जा चुका है। अब गिरफ्तार किये गए आरोपियों की कुल संख्या 27 हो गई है। आरोपियों के खिलाफ आव्रजन अधिनियम समेत विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज किया गया है। करनाल में 12 मामलों में वांछित आरोपी ओम प्रकाश को गिरफ्तार किया गया। उससे 1.90 लाख रूपये बरामद किए गये हैं। आरोपी अनेक युवकों को अवैध रूप से विदेश भेज चुका है। उस पर मानव तस्करी का भी आरोप है। इसी प्रकार पांच मामलों में लम्बे समय से वांछित दीपक नरवाल को पानीपत से गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से 1.48 लाख रुपये मिले हैं। एसआईटी का अभियान सतत रूप से चल रहा है। उन्होंने तकीद किया है कि विदेश भेजने के नाम पर किसी के झांसे में न आएं।
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