कृषि कानूनों को समझने का आग्रह
राजनाथ ने कृषि कानूनों को समझने का आग्रह करते हुए कहा कि मैंने ये कानून पढ़े हैं। कहीं भी ऐसा वाक्य नहीं है जो किसानों के हित में न हो। मैं भी किसान का बेटा हूं, मैंने भी खेती की है। मैं समझ सकता हूं कि किसानों की क्या-क्या समस्याएं हैं। पुरानी नीतियों के चलते ही कृषि घाटे का सौदा बनती जा रही थी। किसान जब फसल भेजता था तो पता चलता था कि उसका तो लागत मूल्य भी पूरा नहीं हुआ है। इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने कृषि कानून बनाए हैं। इन कानूनों में कोई शंका नजर आए तो सरकार समाधान के लिए बातचीत करने को हमेशा तैयार है। किसानों को विरोध का वातावरण बनाकर बरगलाने का प्रयास किया गया है लेकिन किसानों को धीरे-धीरे सच्चाई समझ आने लगी है।
हरियाणा की जमीन करिश्माई
राजनाथ ने कहा कि हरियाणा की जमीन करिश्माई है। किसान हो या जवान और पहलवान, यहां की धरती वीर पुत्रों को जन्म देने वाली है। यहां की धरती सोना उगलती है और ओलम्पिक से सोना लाने वाले खिलाड़ी भी पैदा करती है। वर्ष 2030 तक शून्य भुखमरी का लक्ष्य है जबकि जानकारी मिली है कि हरियाणा ने यह लक्ष्य पहले ही हासिल कर लिया है।
लाभार्थियों से की सीधी बात
राजनाथ ने ऑनलाइन माध्यम से लाभार्थियों से सीधे बात भी की। करनाल में गीता, गुरुग्राम में रामेश्वर और हिसार में सरोज से बात की।