पूरे प्रकरण में जेल विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों की भूमिका संदेह के दायरे में है। जेल कर्मियों की मिलीभुगत के बगैर जेल में मोबाइल पहुंचना असंभव है। इसके बावजूद जेल मंत्री कृष्णलाल पंवार ने दावा किया है कि जेल के अंदर मोबाइल मिलने के मामले में अगर जेल के अधिकारी व कर्मचारी शामिल होंगे तो उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार भौंडसी जेल में लगातार मिल रहे मोबाइल फोन की घटनाओं पर सरकार ने कड़ा संज्ञान लिया। इसके लिए बाकायदा जेल विभाग के महानिदेशक डॉ़ केपी सिंह को निर्देश जारी किए गए। केपी सिंह ने भौंडसी जेल से आ रही शिकायतों को देखते हुए जेल विभाग के आईजी जगजीत सिंह स्पेशल ऑपरेशन पर भौंडसी जेल में भेजा गया।
जगजीत सिंह द्वारा पिछले चार दिनों से जेल में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। अभी तक जेलों में बंद कैदियों/बंदियों से करीब 100 मोबाइल फोन बरामद हो चुके हैं। जेल में मिल रहे मोबाइल की रिपोर्ट जेल विभाग के महानिदेशक को भी भेजी जा रही है। गुरुग्राम जेल में मिले मोबाइल के बाद जेल उपाधीक्षक ने भौंडसी पुलिस थाना में केस दर्ज कराया है।
जेल में मोबाइल मिलने पर जब जेल मंत्री कृष्णलाल पंवार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच कराई जा रही है। जेल में मोबाइल मिलने के लिए जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि जेलों में 4जी, 5जी तकनीक के जैमर लगाए जाएंगे ताकि मोबाइल फोन काम ही न करें। इसके लिए 65 करोड़ रुपए का बजट भी मंजूर किया गया है।
कैदियों ने अच्छे कार्यों के लिए बटौरी थी सुर्खियां
पिछले समय के दौरान भौंडसी जेल अच्छे कार्यों के लिए भी चर्चा में रही है। जेल में बंद कैदियों की पेंटिंग तथा कई तरह के साफ्टवेयर बनाकर देशभर में सुर्खियां बटौरी थी। यहां के कैदियों द्वारा बनाए गए साफ्टवेयर इस समय हरियाणा की कई जेलों में लागू हो चुके हैं।