तीन शव मिले थे
सात, आठ और नौ सितंबर को पानीपत के समालखा इलाके में तीन महिलाओं के अलग-अलग स्थानों पर शव मिले थे। पुलिस के लिए ये शव पहेली बन गए थे। कारण यह था कि किसी के खिलाफ नामजद रिपोर्ट नहीं कराई थी। फिर भी पुलिस ने छानबीन जारी रखी। पुलिस को कुछ दिन बाद नूरहसन पर शक हुआ। तीनों महिलाएं इसी के परिवार की थीं और उसने पुलिस से एक बार भी संपर्क नहीं किया था।
सात, आठ और नौ सितंबर को पानीपत के समालखा इलाके में तीन महिलाओं के अलग-अलग स्थानों पर शव मिले थे। पुलिस के लिए ये शव पहेली बन गए थे। कारण यह था कि किसी के खिलाफ नामजद रिपोर्ट नहीं कराई थी। फिर भी पुलिस ने छानबीन जारी रखी। पुलिस को कुछ दिन बाद नूरहसन पर शक हुआ। तीनों महिलाएं इसी के परिवार की थीं और उसने पुलिस से एक बार भी संपर्क नहीं किया था।
पत्नी, सास और पत्नी की बहन को मारा शक के आधार पर पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और पूछताछ की। उसने पुलिस जो कहानी बताई, वह चौंकाने वाली है। नूर हसन ने अपनी पत्नी, सास और पत्नी की बहन की हत्या की थी। शवों की पहचान न हो, इसलिए चेहरा जला दिया। शवों को अलग-अलग जगह फेंक दिया। हत्या का कारण यह था कि नूर हसन को अपनी पत्नी के चरित्र पर शक था। वह झगड़ता तो सास और पत्नी की बहन विरोध करते। इसी कारण उसने तीनों की हत्या कर दी। आखिरकार 24 सितम्बर को पकड़ा गया। पुलिस ने उसे 29 सितम्बर तक रिमांड पर लिया है ताकि हत्या के बारे में पुख्ता सबूत जुटाए जा सकें।