कहां खट्टर ईमानदार है लेकिन मंडली भष्ट्र
पूर्व मंत्री चर्चा करते हुए बताया की उनसे ही दो लाख की रिश्वत ले ली उसके बाद काम हुआ और उन्हें घर का कंपिलेशन प्रमाण पत्र दिया गया। उन्होंने यह भी कहा मुख्यमंत्री को अधिकारी अंधेरे में रखे हुए और मुख्यमंत्री के पास इतना समय नहीं है की भष्ट्र अधिकारियों पर कार्यवाही कर सके। पूर्व मंत्री ने कहा, मनोहर लाल खट्टर स्वयं ईमानदार है मगर उनके इर्द.गिर्द भ्रष्ट अधिकारियों की मंडली है। उन्होंने यह भी कहा सरकार के मुखिया की सख्ती के बावजूद भी अधिकारी बाज नहीं आ रहे। जबकि अधिकारियों को जानकारी थी जिनसे वह रिश्वत मांग रहे हैं वह पांच बार हरियाणा विधानसभा के सदस्य रहे और पूर्व मंत्री रहे मगर एक कहावत है कुर्सी हटते ही है आंख बदल ली जाती है और उनके साथ ऐसा ही हुआ। उन्होंने रिश्वत देनी पड़ी उसके बाद ही उनके मकान को प्रमाण पत्र दिया गया। जब मैं मंत्री था तो मैंने हर समाज का खुलकर काम किया मगर आज मैं कुछ नहीं हूं मेरा बुढ़ापा आ गया है। अधिकारी उसका गलत फायदा उठाते हैं। जब पूछा गया क्या मुख्यमंत्री से पूरी जानकारी दी तो उन्होंने कहा जो कुछ होना था हो गया इसकी क्या चर्चा की जाए।