यह है मामला
एक दिन पूर्व कादरपुर सीआरपीएफ के पास से 70 साल पुराने रास्ते को पुलिस ने गेट पर ताला लगाकर बंद कर दिया। इससे गांव कादरपुर और ढाणियों के बीच आने जाने का रास्ता बंद हो गया। इससे नाराज ग्रामीणों ने गेट के सामने धरना शुरू कर दिया। बाद में एसीपी ने आश्वासन दिया कि फिलहाल पैदल निकलने का रास्ता देंगे। वाहनों के लिए अनुमति नहीं होगी। करीब दो किलोमीटर का यह रास्ता पैदल ही तय करना होगा।
सुरक्षा के लिए बंद करना बताया कारण
कादरपुर सीआरपीएफ यूनिट के पास से निकलने वाले ७० साल पुराने रास्ते को बंद कर दिया गया है। पुलिस की तरफ से इसे सुरक्षा कारण को लेकर बंद किया जाना बताया है। जबकि स्थानीय लोगों का कहना है कि इसे बंद करने से उन्हें कई किलोमीटर का चक्कर लगाकर जाना पड़ेगा। इससे न सिर्फ समय अधिक व्यय होगा, बल्कि ईंधन का भार भी अधिक पड़ेगा। खासतौर पर महिलाओं, बच्चों और वृद्धों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। स्थानीय लोगों का यह भी दावा है कि यहां कोई बाहरी या संदिग्ध व्यक्ति निवास नहीं करता है।