मुख्यमंत्री ने पुलिस आयुक्त के अधीन आने वाले प्रत्येक पुलिस जिले में आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम के लिए अलग-अलग कौशल अपनाने पर बल दिया, ताकि महानगर का प्रत्येक व्यक्ति अपने को सुरक्षित वातावरण में महसूस कर सके। सोनोवाल ने कहा कि महानगर के लोगों के जानमाल की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन को कठोर कदम उठाना पड़ेगा, ताकि कोई आपराधिक घटना घटित न हो सके। इसके लिए पुलिस प्रशासन को उपयुक्त कदम उठाने पड़ेंगे। जो घटनाएं घटित हो रही है, उनके पीछे रहने असामाजिक तत्वों को जल्द से जल्द पकड़ने का भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि रात्रिकालीन सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक शक्तिशाली करने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया कि सुरक्षा व्यवस्था ऐसी हो, ताकि कोई आपराधिक घटना घटित न हो पाए। मुख्यमंत्री ने साइबर अपराध के खिलाफ भी पुलिस प्रशासन को सक्रिय भूमिका अदा करने को कहा। साथ ही शिशु और महिलाओं के खिलाफ किये जाने वाले अपराध के अपराधी के साथ कड़ा कदम उठाने का निर्देश दिया। आज की बैठक में मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार ऋषिकेश गोस्वामी, विधि सलाहकार शांतनु भराली, मुख्यमंत्री के सुरक्षा सलाहकार रंजीत कुमार पाचनंदा, पुलिस महानिदेशक कुलधर सैकिया, गृह और राजनीतिक विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव कुमार संजय कृष्ण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय लोहिया, गृह और राजनीतिक विभाग के आयुक्त सचिव आशुतोष अग्निहोत्री, गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त दीपक कुमार समेत शीर्ष अधिकारी मौजूद थे।