अधिकारी ने बताया कि लोगों के एक समूह ने शहर के काली बाड़ी स्थान पर स्थित एक मस्जिद के सामने सड़क पर आज शुक्रवार की नमाज पढ़ने का फैसला किया। उन्होंने एक अन्य समुदाय के लोगों द्वारा कुछ मोटरसाइकिलों की सीटों को क्षतिग्रस्त किए जाने के विरोध में यह फैसला किया। बताया जाता है कि लगभग 20 मोटरसाइकिलों की सीटों को नुकसान पहुंचाया गया। कुछ लोगों ने सड़क पर नमाज पढ़ने का विरोध किया जिसके बाद दोनों समुदाय के लोगों के बीच झड़प हुई, जिसमें 15 लोग घायल हो गए।
उपायुक्त ने बताया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पहले लाठीचार्ज किया और स्थिति नियंत्रण में न आने से हवा में गोलियां चलाईं। जल्ली ने कहा कि तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई जिससे जनता के बीच शांति बनाए रखने के लिए तुरंत और शीघ्र कार्रवाई करनी पड़ी। अधिकारी ने बताया कि हालांकि स्थिति नियंत्रण में है लेकिन शहर में तनाव व्याप्त है।संवेदनशील और अशांत इलाके में शांति बनाए रखने के लिए सीआरपीएफ और असम राइफल्स को तैनात किया गया है। स्थिति को नियंत्रण करने के लिए जिला प्रशासन ने सेना की भी मदद मांगी है। जिला उपायुक्त ने सभी से शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील की है। उधर मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने मामले को गंभीरता से लिया है। तुरंत जांच का आदेश दिया है।राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव कुमार बोरा को जांच का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने स्थिति को देखकर नियंत्रित करने के लिए वन मंत्री परिमल शुक्ल वैद्य,अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश अग्रवाला और बराक के उपायुक्त अनवारउद्दीन चौधरी को हैलाकांदी भेजा है।