असम प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर बवाल मचा हुआ है। प्रदेश के कई शीर्ष नेता आपस में लड़ रहे हैं। पूर्व मंत्री तथा नगांव के सांसद प्रद्युत बरदलै अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी )के असम प्रभारी हरीश रावत को यह कहते हुए कैमरे में कैद हो गए कि एआईसीसी अपनी हिचकिचाहट के लिए कुख्यात है। बरदलै ने यह बात प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित पत्रकार सम्मेलन के पहले कही थी। प्रेस कांफ्रेंस शुरु होने के पहले कही गई यह बात कैमरे में कैद हो गई। जब प्रदेश में नेतृत्व को लेकर बवाल मचा है तब बरदलै का यह कथन पार्टी को स्तंभित करनेवाला है। रावत को बरदलै ने जो कहा वह निजी था।लेकिन प्रेस कांफ्रेस के लिए रखे माइक्रोफोन ने यह रिकार्ड कर लिया। बरदलै स्वीकारते हैं कि यह बात हुई लेकिन यह अंदरुनी और निजी थी। हम पार्टी में वर्तमान की स्थिति पर चर्चा कर रहे थे। मैं उन्हें निर्णय लेने को कह रहा था। पार्टी हाईकमान की हिचकिचाहट के चलते प्रदेश की पार्टी में अनुशासनहीनता बढ़ी है। वीडियो में आगे बरदलै कहते हैं,उलटी गिनती शुरु हो चुकी है। यदि कांग्रेस 2021 के चुनाव को गंभीरता से लेना चाहती है तो उसने अपनी निर्णय लेनी की हिचकिचाहट को दूर करना होगा। आप सबको अब निर्णय लेना ही पड़ेगा। भावी प्लान बनाना होगा। अंतिम समय में मेल-मिलाप की कोशिशें पार्टी के लिए सही नहीं है। आपको नेतृत्व का मसला अभी हल करना चाहिए। मालूम हो कि कांग्रेस के कई गुट प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता देवव्रत सैकिया को हटाने की मांग कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई का नाम फिर से प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के तौर पर सामने आ रहा है। बारह विधायकों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर देवव्रत सैकिया को कमजोर बताते हुए उन्हें हटाने की मांग की है।