एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि राज्य में पिछले 2 सालों के दौरान मलेरिया से एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। हालांकि इससे पॉजीटिव कुछ लोग ( Positive Cases ) हुए जरूर हुए हैं। अरूणाचल प्रदेश में मलेरिया को लेकर नेशनल विक्टर बर्नी डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम के तहत थ्री—डे स्टेट लेवल रिव्यू करने के बाद यह रिपोर्ट जारी की गई है।
नई चुनौती जापानी बुखार
राज्य की सरकार ने यह निश्चय किया है कि यहां से मलेरिया को 2025 तक पूरी तरह से नष्ट कर दिया जाएगा। राज्य सरकार ने अपना यह टारगेट केंद्र सरकार के टारगेट से पांच साल पहले करने का रखा है। हालांकि यहां पर जापानी बुखार ( Japanese Encephalitis ) के 44 केस सामने आए हैं जिनमें से 38 अकले पूर्वी सियांग जिले से हैं।
राज्य की सरकार ने यह निश्चय किया है कि यहां से मलेरिया को 2025 तक पूरी तरह से नष्ट कर दिया जाएगा। राज्य सरकार ने अपना यह टारगेट केंद्र सरकार के टारगेट से पांच साल पहले करने का रखा है। हालांकि यहां पर जापानी बुखार ( Japanese Encephalitis ) के 44 केस सामने आए हैं जिनमें से 38 अकले पूर्वी सियांग जिले से हैं।
देश में मलेरिया रोगी घटे
विश्व में मलेरिया के मामले में भारत का तीसरा स्थान है। देश में वर्ष २०१७ में मलेरिया के ३० लाख मामले सामने आए थे। विश्व के करीब ७० प्रतिशत मलेरिया रोगी भारत और अफ्रीका के दस देशों में हैं। देश में मलेरिया नियंत्रण के प्रभावी प्रयास किए जा रहे हैं। मलेरिया पर जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष २०१७ में भारत में ३ लाख रोगियों की कमी ( Three Lakhs Decrease ) आई है। देश में वर्ष २०१७ में मलेरिया उन्मूलन के लिए पांच वर्षीय राष्ट्रीय योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
विश्व में मलेरिया के मामले में भारत का तीसरा स्थान है। देश में वर्ष २०१७ में मलेरिया के ३० लाख मामले सामने आए थे। विश्व के करीब ७० प्रतिशत मलेरिया रोगी भारत और अफ्रीका के दस देशों में हैं। देश में मलेरिया नियंत्रण के प्रभावी प्रयास किए जा रहे हैं। मलेरिया पर जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष २०१७ में भारत में ३ लाख रोगियों की कमी ( Three Lakhs Decrease ) आई है। देश में वर्ष २०१७ में मलेरिया उन्मूलन के लिए पांच वर्षीय राष्ट्रीय योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
मालदीव के बाद श्रीलंका मलेरिया मुक्त
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने श्री लंका को वर्ष २०१६ में मलेरिया मुक्त घोषित कर और इसे जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धि करार दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के दक्षिण-पूर्वी एशिया क्षेत्र में मालदीव के बाद मलेरिया मुक्त घोषित किया जाने वाला श्री लंका दूसरा देश है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने श्री लंका को वर्ष २०१६ में मलेरिया मुक्त घोषित कर और इसे जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धि करार दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के दक्षिण-पूर्वी एशिया क्षेत्र में मालदीव के बाद मलेरिया मुक्त घोषित किया जाने वाला श्री लंका दूसरा देश है।