बीजेपी नेता ने अगप पर साधा निशाना
भाजपा के प्रभावशाली मंत्री तथा नार्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक एलांयस(नेडा) के समन्वयक डा हिमंत विश्व शर्मा ने रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन संबोधित कर अगप को भला-बुरा कहा। उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगप सरकार छोड़कर जाए तो उस स्थिति को भी झेलने के लिए भाजपा तैयार है।
हम भी नहीं बन सकते कर्ण— अगप
इसके बाद सोमवार को अगप की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक के बाद अगप अध्यक्ष तथा कृषि मंत्री अतुल बोरा ने पत्रकारों से कहा कि यदि भाजपा भीष्म नहीं बन सकती तो हम भी कर्ण नहीं बन सकते। हम अजुर्न की तरह सरकार में रहकर अंतिम समय तक प्रस्तावित नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ लड़ते रहेंगे। अगप ने डा.शर्मा के बयान पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखने का फैसला किया है। पार्टी ने शाह से पूरे मामले में स्पष्टीकरण मांगने का फैसला किया है। बोरा ने कहा कि हमारे लिए असम समझौता बाइबल समान है। इसलिए हम धर्म के आधार पर विदेशियों को बसाने के पक्ष में नहीं है।
एनआरसी व असम समझौते पर पड़ेगा विधेयक का असर
असम समझौते के अनुसार 24 मार्च 1971 के बाद आए सभी विदेशियों को जाना होगा। यदि विधेयक पारित होता है तो असम समझौता और राष्ट्रीय नागरिक पंजी(एनआरसी) बेकार हो जाएगी। इसलिए हम किसी भी कीमत पर विधेयक को स्वीकार नहीं कर सकते। इसका विरोध अंतिम समय तक करेंगे।
अगप को शर्म नहीं—कांग्रेस
उधर मंत्री डा.शर्मा के बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तरुण गोगोई ने कहा कि अगप को शर्म नहीं है। उसे सरकार में एक मिनट नहीं रहना चाहिए। यदि अगप हमें समर्थन का कहे तो हम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि डा.शर्मा कांग्रेस में रहते हुए शक्तिशाली बने। वे कभी उल्फा,कभी आसू,कभी कांग्रेसी और कभी भाजपा में जाते हैं। कल वे कहां जाएंगे कोई नहीं कह सकता। वे तो अपने कुछ खास लोगों से कह रहे हैं कि जल्द ही वे मुख्यमंत्री बनेंगे।