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असम सरकार ने फंसे हुए 12 लाख लोगों को बुलाने से हाथ खड़े किए

locationगुवाहाटीPublished: May 24, 2020 07:37:35 pm

Submitted by:

Yogendra Yogi

(Assam News) श्रमिकों की भलाई के बढ़चढ़ ( Claim Welfare of labours ) कर दावा करने वाली असम सरकार ने अब ( Assam raised hand ) राज्य के प्रवासी श्रमिकों की वापसी के मामले में हाथ खड़े कर दिए हैं। असम के करीब 12 लाख लोग ( 12 lac Assmess stranded ) दूसरे राज्यों में हैं। अभी तक सिर्फ 50 हजार लोग ही असम लौटे हैं।

असम सरकार ने फंसे हुए 12 लाख लोगों को बुलाने से हाथ खड़े किए

असम सरकार ने फंसे हुए 12 लाख लोगों को बुलाने से हाथ खड़े किए

गुवाहाटी(असम)राजीव कुमार: (Assam News) श्रमिकों की भलाई के बढ़चढ़ ( Claim Welfare of labours ) कर दावा करने वाली असम सरकार ने अब ( Assam raised hand ) राज्य के प्रवासी श्रमिकों की वापसी के मामले में हाथ खड़े कर दिए हैं। असम सरकार ने दूसरे राज्यों में रह रहे श्रमिकों से वहीं रहने की अपील की है। सरकार की तरफ से कहा गया है कि असम अब सुरक्षित नहीं रह गया है। अत: जो जिस राज्य में है, वहीं पर बने रहें। असम के करीब 12 लाख लोग ( 12 lac Assmess stranded ) दूसरे राज्यों में हैं और ज्यादातर असम लौटना चाहते हैं। अभी तक सिर्फ 50 हजार लोग ही असम लौटे हैं। इनमें और दूसरे राज्यों में रहे लोगों में बड़ी संख्या श्रमिकों की है। हालांकि राज्य सरकार दूसरे राज्यों में फंसे असम के लोगों को तीन महीने तक 2 हजार रुपए देने का ऐलान कर चुकी है।

संक्रमितों में तेजी बढ़ोतरी

दरअसल यह निर्णय असम सरकार ने यह निर्णय प्रवासी श्रमिकों के लौटने के बाद कोरोना संक्रमितों के मामलों में तेजी से हो रही बढ़ोतरी के बाद लिया है। देश के अन्य हिस्सों से लोगों के लौटने के साथ ही कोरोना के मामालों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। राज्य में कोरोना के मरीजों की संख्या 350 हो गई है। अब राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डा .हिमंत विश्व शर्मा बाहर रह रहे लोगों से अपील कर रहे हैं कि असम सुरक्षित नहीं रहा है। आप जहां हैं वहीं रहे। बाहर सोशल डिस्टेंसिंग न मानकर आने से संक्रमण हो रहा है। राज्य में फिलहाल बाहर से आए लोगों में कोरोना अधिकतर पाया जा रहा है।

अन्य राज्यों से करेंगे अपील

डा.शर्मा ने कहा के बाहर से आएं तो चरणों में लौटे ताकि इंतजाम किया जा सके। उन्होंने कहा कि वे दूसरे राज्यों को चिट्ठी लिखेंगे कि असम के फंसे लोगों को वापस भेजेने पर कड़ाई के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए। ज्यादातर आन ेवाले लोग असम आने के दौरान संक्रमित हुए हैं। बस और ट्रकों में आते हुए वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं। इन्हें ऐसा करते हुए बचना चाहिए और चरणों में आना चाहिए। जब तक भारी संख्या में बाहर से लोग नहीं आए थे तो असम में कोरोना के मामले कम होने के साथ ही इंतजाम बेहद अच्छे थे।

बाहर से आनेवाले ही ज्यादा संक्रमित

लेकिन अब देश के विभिन्न हिस्सों से लोगों का रेला असम आ रहा है तो संक्रमण के मामले बेहद ज्यादा आने लगे हैं। शनिवार को देर रात तक एक दिन में 80 मामले सामने आए। यह अब तक का राज्य का रिकार्ड है। बाहर से आने वाले लोगों को विभिन्न स्थानों पर क्वारंटाइन किया जा रहा है, वहीं जांच के दौरान अनेक लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। इससे लोगों में यह आशंका घर कर गई है कि क्वारंटाइन सेंटरों की बदइंतजामी से ही कोरोना फैल रहा है। इस पर मंत्री ने कहा कि यह डर पैदा नहीं करें। नहीं तो लोगों के घरों में क्वारंटाइन करने की जरुरत आ पड़ेगी।

शादी खाने के लिए तो नहीं बुलाया

क्वारंटाइन केंद्रों में साफ-सफाई पर डा.शर्मा का कहना है कि हमने तो किसी को शादी में भोज खाने के लिए नहीं बुलाया है। स्थिति को खुद समझते हुए उन्हें अपनी साफ–सफाई करनी चाहिए। सफाई करने वाले वहां जाकर खुद कोरोना पॉजिटिव होने के डर से जाना नहीं चाहते। हम किसी को विवश तो नहीं कर सकते।

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