इससे पहले सचिवालय में हर रोज सौ लोगों के प्रवेश का नियम बनाया गया था। लेकिन बुधवार सुबह राज्य के स्वास्थ्य राज्यमंत्री पीयूष हजारिका ने प्रवेश द्वार का दौरा किया तो देखा सौ से अधिक लोग एक-दूसरे से सटकर प्रवेश करने के लिए खड़े हैं। उन्होंने लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन लोग फिर भी नहीं माने तो साधरण प्रशासन विभाग ने 31 मार्च तक आमजनों के प्रवेश रोक लगा दी है।
इसी के साथ राज्य के सभी पब और बारों को 31 मार्च तक बंद रखने का निर्देश दिया गया है।प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर में भी सौभाग्य कुंड और यात्री निवास को बंद कर दिया गया है। कामाख्या प्रबंधन का कहना है कि यदि स्थिति बिगड़ी तो हम मंदिर को बंद करेंगे। वायरस के आतंक को कम करने के लिए कामाख्या में यज्ञ किया जाएगा।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि मंदिर-मस्जिद में दस से ज्यादा लोग इकट्ठा न हो। बाजार की दुकानों में भी भीड़ न करें। जरुरी सामान लें और घरों को जाए। उन्होंने राज्य के सभी जिला उपायुक्तों को निर्देश दिया है कि वे इस बारे में जिलों में जागरुकता फैलाएं और स्थिति की निगरानी रखें। मंत्री ने विवाह में भी फिलहाल रिसेप्सन आयोजित न करने की सलाह दी है। शादी करें लेकिन रिसेप्सन आगे के लिए स्थगित कर दें। बर्थ डे पार्टियां भी आयोजित न करने की सलाह दी गई है। इसके अलावा मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने जागरुकता के लिए एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला है जिसमें वे खुद हाथ धोते हुए सभी से हाथ धोने की अपील करते हैं। वैसे राज्य में मास्क और सेनिटाइजर का भारी संकट है। बाजार में दोनों की उपलब्धता न के बराबर है।