मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश
असम के मुख्यमंत्री सर्वानन्द सोनवाल बाढ़ और कोरोना के हालात पर नजर रखने के लिए इलाकों का दौरा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बाढ़ के लिए बनाए गए राहत शिविरों के साथ-साथ क्वारंटीन केंद्रो का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाकर बाढ़ राहत और पुनर्वास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
खतरे के निशान से ऊपर ब्रह्मपुत्र
ब्रह्मपुत्र नदी जोरहाट में निमटीघाट में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने गोलपारा में सैकड़ों लोगों को बचाया है जबकि प्रभावित लोगों के बीच 172.53 क्विंटल चावल, दाल, नमक और 804.42 लीटर सरसों के तेल के साथ तिरपाल और अन्य आवश्यक सामग्री वितरित की गई है। एएसडीएमए ने कहा कि बाढ़ से 321 गांव जलमग्न हैं और 2,678 हेक्टेयर फसल क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है।
ब्रह्मपुत्र रौद्र रूप में
लगातार हो रही भारी बारिश से गुवाहाटी में भी नदी रौद्र रूप में आ रही है। सोनितपुर, चिरांग, करीमगंज, नगांव, बोंगईगांव, दिमा हसाओ, बक्सा, लखीमपुर, गोलाघाट, बारपेटा, नलबाड़ी, धेमाजी, माजुली और होजई में पुल, पुलिया, तटबंध, सड़क और आधारभूत ढांचों को को काफी नुकसान हुआ है।
गोलपारा में हालात बिगड़े
असम का गोलपारा जिला बाढ़ के चलते सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस जिले में लगभग 2.15 लाख लोग बाढ़ की चपेट में हैं। गोलपारा के अलावा नलबाड़ी में 22,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। नगांव में लगभग 11,000 लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य सरकार और बाढ़ राहत विशेष बचाव दलों द्वारा सभी जिलों में राहत और बचाव कार्य जारी है।