मिज़ोरम ब्रू-विस्थापित लोग मंच (एमबीडीपीएफ़) के अध्यक्ष ललदींगलिआना ने कहा कि विशेष मतदान केंद्र राहत शिविरों के काफी दूर हैं। अगर इस बार फिर से कनमुन में मतदान केंद्र स्थापित किया जाता है, तो ब्रू-शरणार्थी मतदाता लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
एमबीडीपीएफ़ के नेता ने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि मतदान केंद्र राहत शिविरों के पास ही स्थापित किया जाएं। इन हालात के बीच अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी के नेतृत्व में मिज़ोरम से एक टीम त्रिपुरा के कंचनपुर आ रही है, जो ब्रू-शरणार्थी मतदाताओं के लिए मतदान से संबंधित तैयारियों का जायजा लेगी। गौरतलब है चुनाव आयोग ने त्रिपुरा में रह रहे ब्रू शरणार्थियों को 11 अप्रैल को मिज़ोरम की एकमात्र सीट के लिए मतदान में भाग लेने के लिए मिज़ोरम-त्रिपुरा सीमा के पास कनमुन गांव में विशेष मतदान केंद्र बनाए जाने का प्रस्ताव किया है। राज्य में नवम्बर 2018 के विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने मिज़ोरम – त्रिपुरा सीमा के पास कनमुन गांव में ब्रू-शरणार्थियों के लिए दर्जन भर विशेष मतदान केंद्र बनाए थे। लगभग 6 हज़ार ब्रू मतदातों नें कनमुन आकर अपने मताधिकार का उपयोग किया था।