उन्होंने कहा कि 20 मई, 2016 से 14 सितंबर, 2018 तक सुरक्षा बलों के हाथों 56 उग्रवादियों की मौते हुई हैं। वहीं इस दौरान उग्रवादियों के हाथों 7 सुरक्षाकर्मी मारे गये हैं और 14 घायल हुए हैं। इस दौरान गुवाहाटी महानगर में चोरी के 8,296, डकैती के 13, यौन उत्पीड़न के 457, अपहरण के 1,543, बलात्कार के 161 और दहेज उत्पीड़न के 1544 मामले पंजीकृत हुए हैं। वहीं सड़क दुर्घटना में गुवाहाटी में 606 लोगों की मौत हुई है।
उधर कांग्रेस के विधायक कमलाक्ष्य दे पुरकायस्थ के सवाल के जवाब में मंत्री पटवारी ने लिखित में बताया कि पिछले दो सालों में राज्य में वर्ष 2016 में 1,07,022 और 2017 में 1,11,118 मामले पंजीकृत हुए हैं। वर्तमान की सरकार के शासनकाल में वर्ष 2015-16 की तुलना में वर्ष 2017-18 में बलात्कार की संख्या कमी है और हत्या तथा दहेज उत्पीड़न के मामले 2016-17 की तुलना में कम है। पर 2017-18 में हत्या और दहेज उत्पीड़न के मामले वृद्धि हुई है। एआईयूडीएफ के विधायक हाफिज बशीर अहमद के सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि राज्य में दो सालों में हुए अपराधों के लिए कुल 4,187 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।
इसी के साथ आज विधानसभा में सरकार की ओर से यह बात कही गई कि सरकार सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध करेगी कि एनआरसी से जुडे मसलों को सरकार के साथ साझा किया जाए। सरकार की इस बात से विपक्षी दल भी सहमत नजर आए।