बिल्डिंग नहीं दो राज्यों के संबंधों के बीच सेतु है असम भवन
सोनोवाल ने कहा कि चेन्नई का असम भवन एक सिर्फ बिल्डिंग ही नहीं है, यह तमिलनाडु और असम के लोगों के बीच भाईचारे को सुदृढ़ करने वाली धरोहर है। उन्होंने कहा कि असम में एडवांटेज असम का आयोजन किया था। इसमें 284 सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर हुए थे और लगभग 79,000 करोड़ की निवेश की सहमति जताई गई थी। आयोजन के बाद पिछले पांच महीनों के अंदर 8,000 करोड़ का निवेश हो चुका है।
उन्होंने तमिलनाडु के उद्योगपतियों से अपील की कि वे असम में सिर्फ पर्यटक के रूप में ही नहीं निवेशकर्ता के रूप में भी जाए। यदि तमिलनाडु सरकार गुवाहाटी में तमिल भवन बनाना चाहेगी तो असम सरकार जमीन मुहैया कराएगी।
असम पर्यटन विकास निगम करेगा संचालन
सोनोवाल ने कहा कि आने वाले दिनों में गुवाहाटी सिर्फ पूर्वोत्तर का द्वार ही नहीं दक्षिण पूर्व एशिया को लिए भारत का प्रवेश द्वार होगा। बाद में उपस्थित पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि असम पर्यटन विकास निगम इसका संचालन करेगा, लेकिन कमरों की दर असम सरकार का साधारण प्रशासन विभाग तय करेगा।
असम के नागरिक को मिलेगा लाभ, विदेशियों को मिलेगी जानकारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि चेन्नई में असम भवन के बनने से यहां पढ़ाई करने आने वाले, इलाज के लिए आने वाले लोग उपकृत होंगे। इससे दोनों राज्यों के बीच सेतु बंधन होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि देश के अन्य प्रदेशों में असम भवन बनने से वहां आने वाले विदेशियों को असम के बारे में जानकारी मिलेगी और राज्य को एक ग्लोबल विजन बनाने में मदद मिलेगी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पर्यटन मंत्री चंदन ब्रह्म ने कहा कि यह असम भवन यहां के लोगों के लिए राज्य के बारे में पर्यटन के बारे में जानकारी देने का काम करेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार देश के अन्य प्रदेशों में भी नई पीढ़ी के लिए इस तरह की धरोहर बनाएगी। यही तो विकास है। उन्होंने कहा कि दो महीने में ही इस भवन से निगम को एक लाख 90 हजार मिले हैं। इससे यह साबित होता है कि यह आत्मनिर्भर बनेगा।
12.93 करोड़ की लागत से हुआ तैयार
राज्य के कृषि मंत्री अतुल बोरा ने कहा कि चेन्नई में असम के काफी लोग रहते हैं। उन्हें असम में अपना एक आवास मिलेगा, जहां वे कभी भी मदद के लिए आ सकते हैं। कार्यक्रम में तमिलनाडु के मत्यस्य मंत्री डी जय कुमार ने कहा कि इससे दोनों प्रदेशों के संबंध और मजबूत होंगे। निगम के अध्यक्ष जयंत मल्ल बरुवा ने कहा कि असम के यहां रह रहे लोगों को अपना घर मिला है। पहली बार राज्य सरकार ने दो असम भवनों को चलाने का जिम्मा निगम को सौंपा है। इस असम भवन का निर्माण 12.93 करोड़ की लागत से किया गया है। इसमें 4 सुइट समेत 18 कमरे हैं। वर्ष 2010 में कुछ जमीन तमिलनाडु सरकार जमीन ने दी थी। बीच में कानूनी विवाद हुआ और 2012 से निर्माण शुरू होकर 2017 में पूरा हुआ।
यह लोग रहे कार्यक्रम में मौजूद
कार्यक्रम में निगम के उपाध्यक्ष नवजीत कलिता, साधारण प्रशासन विभाग के आयुक्त सचिव डॉ. एम अंगामुथु और पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव राजेश प्रसाद मौजूद थे। कार्यक्रम में चेन्नई में रहने वाले असम के भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।