सोशल डिस्टेंसिंग की पालना
मेघालय में कल कोरोना का पहला पॉजिटिव मामला सामने आने के बाद मेघालय सरकार ने ईस्ट खासी हिल्स जिले और रि-भोई जिले में 48 घंटे का कफ्र्यू लगा दिया है। इससे शिलांग में कल से ही फिर 16 अप्रैल तक शराब की दुकानें बंद करनी पड़ गई। मेघालय के अन्य जिलों में यह जारी रहेगी। शराब की दुकानों पर शराब की बिक्री के दौरान भी सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराई जा रही है। कई स्थानों पर शराब विक्रेता के कर्मचारी ग्राहकों के हाथ सेनेटाइज कराते हैं, फिर शराब की बिक्री करते हैं।
कालाबाजारी हो रही थी
नजारा यह है कि शराब की दुकानें खुलने के पहले ही लोग उनके सामने इकठ्टा होने लगते हैं। पोलो इलाके से बोतल संग्रह कर निकले एक व्यक्ति ने कहा कि सरकार ने सही कदम उठाया है। क्योंकि कालेबाजार में तो शराब मिल ही रही थी, सिर्फ पैसे ज्यादा देने पड़ रहे थे। सरकार को राजस्व का भी नुकसान हो रहा था। अपराह्न चार बजे झालुपाड़ की एक शराब दुकान पर एक युवक शराब लेने पहुंचा तो दुकानदार ने समय खत्म होने का हवाला देकर उसे देने से इनकार कर दिया। युवक तकदीर को कोसते हुए निकल गया।
लोगों की सुविधा का रखा ध्यान
थोड़ी देर बाद ही मेघालय सरकार ने पहला पॉजीटिव केस आने के बाद 48 घंटे का कफ्र्यू लगा दिया। वहीं असम में आज दूसरे दिन शराब की बिक्री बदस्तूर जारी है। राज्य के आबकारी मंत्री परिमल शुक्ल वैद्य कहते हैं कि सरकार ने सिर्फ राजस्व मिलने के लिए ही इसे नहीं खोला है। सरकार ने इसलिए खोला है कि न मिलने पर मिलावट की शराब पीकर बड़ी घटना न हो। वहीं हमारे पड़ोसी मेघालय द्वारा खोल देने के बाद हम नहीं खोलते तो लोग वहां से लाकर पिएंगे और हमें राजस्व का नुकसान होगा। गौरतलब है कि असम में वर्ष 2015-16 में आबकारी राजस्व 820 करोड़ रुपए था वहीं पिछले वित्तीय साल में यह 1800 करोड़ तक जा पहुंचा। सोमवार को राज्य में पचास करोड़ की शराब बिकी है।सिर्फ गुवाहाटी में ही तीन करोड़ की शराब बिकी है।