असम के परिवहन आयुक्त के कार्यालय के अनुसार वर्ष 2015-16 में 2,90,874 वाहन पंजीकृत हुए थे जबकि 2016-17 में 2,92,980 वाहन पंजीकृत हुए। पर वर्ष 2017-18 में नए वाहनों के पंजीकरण की संख्या दोगुनी बढ़कर 4,42,747 हो गई। वर्ष 2018-19 में भी राज्य में 5,02,525 वाहन पंजीकृत हुए। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार वर्ष 2018-19 में दुपहिया वाहन 2,60,295 पंजीकृत हुए जबकि 66,065 कारें पंजीकृत कराई गई। जिला स्तर पर देखें तो कामरुप(मेट्रो) वर्ष 2018-19 में 97,440 वाहनों के पंजीकरण के साथ शीर्ष पर था जबकि नगांव 36,754 वाहनों के पंजीकरण के साथ दूसरे और शोणितपुर 32,458 वाहनों के पंजीकरण के साथ तीसरे स्थान पर था। इससे साफ होता है कि कामरुप (मेट्रो) मे सात हजार से नौ हजार तक हर महीने वाहनों का पंजीकरण होता है वहीं पूरे राज्य की बात करें तो अगस्त तक हर महीने 45,000 वाहन पंजीकृत हुए।
परिवहन कार्यालय के अधिकारी ने बताया कि राज्य में वाहनों के पंजीकरण के बढ़ने का कारण सहज से उपलब्ध हो रहा बैंकों का ऋण और कार मेले हैं, जो राज्य भर में आयोजित किए जा रहे हैं। स्थिति यह है कि मध्यमवर्गीय परिवार कार खरीदने के लिए आगे आए हैं। पर अधिकारी का कहना है कि मोटर वाहन(संशोधन) कानून 2019 के राज्य में लागू होने के बाद स्थिति में कुछ बदलाव आ सकता है। अब तक राज्य सरकार ने इसे लागू करने के लिए कोई अधिसूचना जारी नहीं की है।