दोनो बेटों और बहुओं को लिया हिरासत में
पडौसी ने उक्त महिला को घर के पीछे जला हुआ देखा तो स्थानीय निवासियों के साथ मिल कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। इस घटना में पुलिस ने महिला के दोनों आरोपी बेटों और बहुओं को हिरासत में ले लिया है। उल्लेखनीय है कि अनु बरुवा के गले में गंभीर चोटों के निशान देखे गए हैं, जिससे मामले में रहस्य बरकरार है। दूसरी तरफ स्थानीय लोगों ने तो यहां तक आरोप लगाया है कि बेटों और बहुओं ने मिल कर अनु बरुवा को मार दिया और बाद में शव को आग के हवाले कर दिया। इस बीच मृतक अनु बरुआ की दोनों पुत्रवधुओं प्रतीक्षा बरुवा व परीस्मिता बरुवा को पूछताछ के लिए शिवसागर सदर थाने में लाया गया।
चारों आरोपियों के बयानों में मेल नहीं
दूसरी ओर अनु बरुवा की बेटी जुली बरुवा ने पुलिस को बताया कि जो सुसाइड नोट बरामद किया गया है, उसकी लिखावट अनु बरूवा की नहीं है। इस बीच बताया गया है कि दोनों पुत्र एक ही परिसर में अलग-अलग रहते हैं। अनु बरुवा पुत्र नवज्योति बरुवा के साथ रहती थी। उल्लेखनीय है कि नवज्योति बरुवा इससे पहले भी अपनी पहली पत्नी की हत्या के आरोप में 5 वर्ष पूर्व जेल की हवा खा चुका है। दोनों भाइयों के एक साथ एक ही घर में रहने के बावजूद अंशुमान और उसकी पत्नी को घटना का पता नहीं चलने को लेकर भी संदेह व्यक्त किया जा रहा है। इतना ही नहीं, अनु बरुवा अगर आत्मदाह करती तो वहां केरोसीन की बोतल या अन्य सामग्री भी होनी चाहिए थी, जो कि नहीं मिली। मामले में पुलिस द्वारा गहन पूछताछ की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार इन चारों के बयान एक दूसरे से मेल नहीं खा रहे हैं।
पुत्र की प्रताडना से व्यथित पिता ने की थी आत्महत्या
उल्लेखनीय है कि गत एक जुलाई को शिवसागर के व्यवसायी रजनी खारघरिया ने अपनी पत्नी रुबी खारघरिया की मौत के बाद आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में आरोप सामने आया था कि उनका एकमात्र पुत्र देबाशीष अपने बीमार माता-पिता की देखभाल नहीं कर रहा था। साथ ही पुत्र अपने माता-पिता को शारीरिक तथा मानसिक रूप से प्रताड़ित भी करता था। इस घटना ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया था। बाद में देबाशीष को गुवाहाटी से गिरफ्तार किया गया था, जबकि उसकी पत्नी अभी भी फरार है। ऐसे में ऐतिहासिक शहर शिवसागर में एक बार फिर अपनी जन्मदात्री मां को मौत की राह चुनने पर मजबूर करने वाली घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है।