चारों सीटों पर होंगे उपचुनाव
सांसद बने खालेक और पल्लब लोचन दास ने खुद आकर इस्तीफा दिया, वहीं कृपानाथ मल्लाह ने अपने प्रतिनिधि के जरिए अपना इस्तीफा भेजा। इस अवसर पर खालेक ने कहा कि वे विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के संसद के प्रतिनिधि बनकर अपने को गौरान्वित महसूस कर रहे हैं। वहीं सांसद दास ने कहा कि दोनों में से किसी एक की सदस्यता रखने का फैसला 14 दिनों में करके एक से इस्तीफा देना पड़ता है। इसीलिए मैंने आज विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। वहीं अब इन चार विधानसभाओं में उपचुनाव होंगे।
उपचुनाव को लेकर यह है बीजेपी की रणनीति
प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रंजीत दास ने कहा कि तीन में हमारी पार्टी के विधायक थे। इसलिए इनमें हम उम्मीदवार देंगे ही। जनिया में भी हम उम्मीदवार उतारेंगे। जल्द ही पार्टी का अल्पसंख्यक मोर्चा यहां एक सम्मेल आयोजित करेगा। हमें आशा है कि जनिया विधानसभा के लोग इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा में आस्था जताएंगे।