मिजोरम के लुंगलेई जिले में बुक्नुआम गांव की सिनोद होम मिशन स्कूल अचानक सोशल मीडिया पर चर्चा में आ गया। कारण साफ था कि बच्चों के जेहन में कुछ अलग करने का जज्बा था या यूं कहें कि बच्चों को घर में जो मिला अपने शिक्षकों के लिए वे वही लेकर स्कूल आ धमके। उनके उपहारों में कार्ड और चाकलेट नहीं थे। घरों से लायी गई ताजा साग-सब्जियां, नदियों में उपलब्ध ताजे केकड़े, छोटी मछलियां आदि चीजें शामिल थीं। बच्चों के ये विशेष उपहाहर की तस्वीरें सामाजिक मीडिया पर लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही हैं।
अलग अलग रंग, अलग अलग ढग़
वही दूसरी ओर मिजोरम के ही लोंगतलाई जिले के बोलिसोरा गांव के स्कूल में बच्चों ने अपने टीचर को कोल्ड ड्रिंक की बोतले दीं। मणिपुर के चुरचंदपुर जिला के एक स्कूल टीचर ने शिक्षक दिवस के अवसर अपने एक छात्र को रक्त दान किया। प्राथमिक स्कूल के छात्र वनरमन घाका का एक आपातकालीन ऑपरेशन के चलते खून की जरूरत होने पर शिक्षक डेनिस ललदिनसांगा ने ऐसा किया।