कमर की कानपुर में गिरफ्तारी और उससे की गई पूछताछ के आधार पर पुलिस ने शाह आलम,सहिदुल आलम,उमर फारुक,रियाजुद्दीन,जयनाल अहमद,बाहारुल इस्लाम और कमर के बड़े भाई सइफुल इस्लाम को गिरफ्तार किया था। इन सभी के हिजबुल मुजाहिद्दीन के साथ संपर्क है। इनसे की गई पूछताछ के बाद होजाई पुलिस होजाई और नगांव में अभियान जारी रखे हुए है।
वहीं उत्तर प्रदेश की एटीएस उन दो युवकों की तलाश कर रही है, जो कमर के साथ कानपुर गए थे। एटीएस की इस जानकारी पर असम पुलिस काम कर रही है। कमर के फोन से कुछ ऐसी महत्वपूर्ण जानकारियां मिली है। बताया जाता है कि कमर को पाकिस्तान और आफगानिस्तान में प्रशिक्षण मिला था। वहीं शाह आलम को छह दिन का रिमांड खत्म होने पर गुरुवार को अदालत में फिर पेश किया गया। अदालत ने उसे आठ दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
जांच एजेंसियों के अनुसार कमर ने तालिबाल में तीन महीने और नौ महीने का प्रशिक्षण लिया था। जमुनामुख काफी पहले से ही पाकिस्तानी आतंकावादियों की शरणस्थली बन चुकी थी। पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर से आतंकवादी नेता आते थे। कमर के हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल होने से पहले ही एक दल आया था। इस दल के साथ बातचीत करने के बाद ही कमर कश्मीर गया था।