एनआरसी से नहीं छूटेगा कोई भारतीय
मोदी ने एनआरसी मामले पर कहा कि मैं आप सभी को भरोसा दिलाता हूं कि एनआरसी से कोई भी भारतीय नागरिक नहीं छूटेगा। उन्होंने कहा कि मैं राज्य की सर्वानंद सोनोवाल सरकार को बधाई देता हूं कि वो तमाम चुनौतियों के बावजूद इस बड़े काम को अंजाम तक पहुंचाने में जुटी हुई है। सामान्य नागरिकों को कम से कम परेशानी हो,सबकी सुनवाई हो, इसके लिए निरंतर प्रयास किए गए। उन्होंने कहा कि भारत के लिए अपने नागरिकों की सुरक्षा, सम्मान और समृद्धि सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पूर्वोत्तर के कोने कोने तक विकास को पहुंचाना चाहती है।
नागरिकता संशोधन विधेयक पास होने की आस
मोदी ने कहा कि हमारी सरकार नागरिकता संशोधन विधेयक पर भी आगे बढ़ रही है। यह विधेयक लोगों की भावनाओं और उनकी जिंदगियों से जुड़ा हुआ है। यह विधेयक कोई उपकार नहीं है। यह अतीत में जो अन्याय हुआ है उसका प्रायश्चित्त है। जो मां भारती में श्रद्धा रखते हैं उन पर यह बड़ा दायित्व है। उन्होंने कहा कि वोट के लिए देश की संप्रभुता, सुरक्षा, संसाधनों और सांस्कृतिक विरासत से समझौता हम नहीं होने देंगे। इसमें किसी को संदेह नहीं होना चाहिए। मोदी ने कहा कि पूरे विश्व में यदि कहीं भी, मां भारती में आस्था रखने वाले किसी बेटे-बेटी को प्रताड़ित किया जाएगा, तो वो कहां जाएगा? क्या उसके पासपोर्ट का रंग ही देखा जाएगा? क्या रक्त का कोई रिश्ता नहीं होता है। मुझे उम्मीद है कि यह विधेयक जल्द संसद से पास होगा और भारत मां में आस्था रखने वालों के सभी हितों की रक्षा करेगा।
केवल भू भाग नहीं असम—मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि असम सिर्फ एक भू-भाग नहीं है बल्कि अपार संसाधनों से भरा और समृद्ध संस्कृति का जीवंत समाज है। यहां की परंपरा, भाषा-खानपान, यहां के संसाधन, यानि असमिया हकों को पूरी तरह संरक्षित रखते हुए, सबका साथ, सबका विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि असम समझौते की छठवीं अनुसूची, जो 30-35 साल से लटकी हुई थी उसको लागू करने का फैसला केंद्र सरकार ने किया है। इससे असम की सामाजिक, सांस्कृतिक, भाषा और विरासत को सुरक्षा, संरक्षण और सशक्त करने का मार्ग मजबूत होगा।