मुख्यमंत्री की अपील
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के उत्सव को लेकर सोनितपुर जिले में दो समुदायों के बीच हुई झड़प की जांच राज्य के पुलिस महानिदेशक को सौंपी है। गुवाहाटी में पुलिस के एक कार्यक्रम में सोनोवाल ने कहा, ‘डीजीपी को घटना की जांच करने के आदेश दिए गए हैं। इस दौरान, मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। हमें भाइयों की तरह रहना चाहिए।’ पुलिस ने दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
रोक के बावजूद बाइक रैली
गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिये भूमिपूजन का उत्सव मनाने के लिए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बाइक रैली निकाली थी, जिसके बाद दो समुदायों के बीच झड़प हो गई। घटना भोरा सिंगोरी और गोरुदुबा गांवों में हुई है। बड़ी संख्या में बाइक सवार थेलामारा थाना क्षेत्र के भोरा सिंगोरी में एक शिव मंदिर की ओर जा रहे थे। तेज आवाज में संगीत बजा रहे थे और नारे लगा रहे थे।
तेज संगीत पर आपत्ति
स्थानीय लोगों ने अपने क्षेत्र में समूह द्वारा तेज संगीत बजाने पर आपत्ति जताई। उन्होंने यह भी पूछा कि जब लोग कोविड-19 महामारी से लड़ रहे हैं तो रैली का आयोजन क्यों किया गया। इसके कारण बहस हुई, जिसके बाद झड़प शुरू हो गई। स्थानीय लोगों ने बजरंग दल के सदस्यों के चार पहिया एक वाहन कई बाइक जला दीं, जिन्होंने धारदार हथियार भी ले रखे थे। इसी दौरान झड़प हुई।
कई राउंड फायरिंग
मौके पर हालात को काबू करने के लिए पुलिस ने कई राउंड फायरिंग की। इसके बाद भीड़ तितर-बितर हुई। इस घटना को लेकर इलाके में तनाव है। तनाव को देखते हुए इलाके में अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात कर दिए गए हैं। घटना के बाद जिला प्रशासन ने दो थाना क्षेत्रों थेलामारा और ढेकिआजुली में कर्फ्यू लगा दिया। दोनों ही पक्षों के 10 लोग घायल हुए हैं। वहीं, बजरंग दल ने दावा किया है कि उसके कम से कम 12 कार्यकर्ता घायल हुए हैं।