scriptइस कोरोना योद्धा ने भावनाओं से परे कायम की सेवा की मिसाल | This Corona warrior served an example beyond emotion | Patrika News

इस कोरोना योद्धा ने भावनाओं से परे कायम की सेवा की मिसाल

locationगुवाहाटीPublished: May 20, 2020 02:56:45 pm

Submitted by:

Yogendra Yogi

(Assam News) कोरोना योद्धाओं (Corona warrior ) के साहस के किस्से देश भर में मौजूद हैं। ऐसे भी योद्धा हैं जिन्होंने विवाह शुभ अवसर पर भी भावनाओं ( Aside the emotions for service ) को भी एकतरफ रखकर कोरोना संक्रमितों की सेवाएं की हैं। ऐसी ही एक बहादुर नर्स है ओली बर्मन। असम के नलबाड़ी जिले की रहने वाली ओली ने का त्याग ही है कि विवाह के अगले ही दिन वापस मरीजों की सेवा में जुट गई।

इस कोरोना योद्धा ने भावनाओं से परे कायम की सेवा की मिसाल

इस कोरोना योद्धा ने भावनाओं से परे कायम की सेवा की मिसाल

गुवाहाटी(असम)राजीव कुमार: (Assam News) कोरोना योद्धाओं (Corona warrior ) के साहस के किस्से देश भर में मौजूद हैं। ऐसे भी योद्धा हैं जिन्होंने विवाह शुभ अवसर पर भी भावनाओं ( Aside the emotions for service ) को भी एकतरफ रखकर कोरोना संक्रमितों की सेवाएं की हैं। ऐसी ही एक बहादुर नर्स है ओली बर्मन। असम के नलबाड़ी जिले की रहने वाली ओली ने का त्याग ही है कि विवाह के अगले ही दिन वापस मरीजों की सेवा में जुट गई।

विवाह के अगले दिन ही मरीजों की सेवा
उपायुक्त भारत भूषण देव चौधरी शादी समारोह में हिस्सा लेने सिंगमारी गांव गए। देव चौधरी ने इस अवसर पर कहा कि मैं इस युवा लड़की का समर्पित सेवा भाव देखकर प्रोत्साहित हुआ हूं। वह सही अर्थों में कोरोना सेनानी है। इस संकट की घड़ी में वह हमारे लिए आशा की किरण है। कई महीनों की तैयारी और खरीददारी के बाद कोरोना महामारी के आने से ओली की सारी योजना धरी की धरी रह गई। ओली नलबाड़ी के शहीद मुंकद काकोती सिविल अस्पताल में काम करती है।

मेंहदी के दिन भी की ड्यूटी

ओली ने कहा कि कोरोना के चलते सबकुछ अनिश्चित हो गया है। शादी होगी या नहीं, यह भी तय नहीं था। कई रिश्तेदारों ने शादी को स्थगित करने का सुझाव दिया। लेकिन लॉकडाउन के नियमों में रियायतें आने से हमने आगे बढऩे का फैसला किया। ओली 2018 से नर्स का कार्य कर रही है। सिंगमारी गांव के ही कंदर्प से ओली ने शादी तय हुई थी। विवाह की तारीख भी तय हो गई। इस बीच कोरोना की वजह लॉकडाउन लग गया। लॉक डाउन में रियायत मिलने पर दोनों पक्षों ने बेहद सादगी से विवाह करने का निर्णय किया। कोरोना के चलते उसकी छुट्टियां भी रद्द हो गई। ओली ने शनिवार को ड्यूटी के बाद मेंहदी लगाई और फिर रविवार की सुबह अस्पताल में ड्यूटी की। शाम को वह शादी की रस्म के लिए घर पहुंची। यदि मेरे वरिष्ठ अधिकारी मुझे सोमवार की रात की भी ड्यूटी ज्वाइन करने को कहते तो मैं करती क्योंकि शादी हो चुकी थी। ऐसी स्थिति में लोगों की सेवा पहले आती है। शादी में कुछ निकट के रिश्तेदार और दोस्त शामिल हुए।

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