विवाह के अगले दिन ही मरीजों की सेवा
उपायुक्त भारत भूषण देव चौधरी शादी समारोह में हिस्सा लेने सिंगमारी गांव गए। देव चौधरी ने इस अवसर पर कहा कि मैं इस युवा लड़की का समर्पित सेवा भाव देखकर प्रोत्साहित हुआ हूं। वह सही अर्थों में कोरोना सेनानी है। इस संकट की घड़ी में वह हमारे लिए आशा की किरण है। कई महीनों की तैयारी और खरीददारी के बाद कोरोना महामारी के आने से ओली की सारी योजना धरी की धरी रह गई। ओली नलबाड़ी के शहीद मुंकद काकोती सिविल अस्पताल में काम करती है।
मेंहदी के दिन भी की ड्यूटी
ओली ने कहा कि कोरोना के चलते सबकुछ अनिश्चित हो गया है। शादी होगी या नहीं, यह भी तय नहीं था। कई रिश्तेदारों ने शादी को स्थगित करने का सुझाव दिया। लेकिन लॉकडाउन के नियमों में रियायतें आने से हमने आगे बढऩे का फैसला किया। ओली 2018 से नर्स का कार्य कर रही है। सिंगमारी गांव के ही कंदर्प से ओली ने शादी तय हुई थी। विवाह की तारीख भी तय हो गई। इस बीच कोरोना की वजह लॉकडाउन लग गया। लॉक डाउन में रियायत मिलने पर दोनों पक्षों ने बेहद सादगी से विवाह करने का निर्णय किया। कोरोना के चलते उसकी छुट्टियां भी रद्द हो गई। ओली ने शनिवार को ड्यूटी के बाद मेंहदी लगाई और फिर रविवार की सुबह अस्पताल में ड्यूटी की। शाम को वह शादी की रस्म के लिए घर पहुंची। यदि मेरे वरिष्ठ अधिकारी मुझे सोमवार की रात की भी ड्यूटी ज्वाइन करने को कहते तो मैं करती क्योंकि शादी हो चुकी थी। ऐसी स्थिति में लोगों की सेवा पहले आती है। शादी में कुछ निकट के रिश्तेदार और दोस्त शामिल हुए।