दिखाई एकजुटता
देश की एकजुटता इसमें झलक रही है। नगालैंड के फेक जिले के खुलाजू बासा के गांववालों ने मानवता की ऐसी मिसाल पेश की है कि सबका सिर शान से ऊंचा हो जाएगा। उन्हें पता चला कि चेथेबा गांव में ताजी साग-सब्जी नहीं है तो खुलाजू बासा के गांववालों ने मिलकर वहां ताजी साग-सब्जियां भिजवाई। यह नि:शुल्क दी गई। खुलाजू बासा के गांव परिषद के अध्यक्ष वेचोहू सुजो ने बताया कि उन लोगों को चेथेबा गांव की समस्या के बारे में पता चला तो हम मदद को आगे आए।
महिलाएं लाती हैं सब्जियां
हमें पता चला कि उनके पास खाने के लिए सब्जियां नहीं है। हमारे गांव की तीस महिलाएं जंगल में गई और वहां सुबह से दोपहर तक विभिन्न तरह की सब्जियों का संग्रह किया। फिर उन्हें ठीक कर चेथेबा शहर के आवसियों के बीच वितरण के लिए ले जाया गया। अब चेथेबा शहर के लोग सोशल मीडिया में खुलाजू बासा के गांववालों के सद्भावना कदम की प्रशंसा कर रहे हैं।
लॉक डाउन में परेशानी
चेथेबा के एक नागरिक ने बताया कि खुलाजू बासा गांव से जो साग-सब्जियां आई उसका हिस्सा शहर के सभी परिवारों को मिला। मालूम हो कि भारत सरकार ने लॉकडाउन के बीच खेतीबाड़ी और इससे जुड़े कार्यों को छूट दे रखी है। पूर्वोत्तर के पहाड़ी राज्यों में बिना लॉकडाउन के ही सामान पहुंचाना एक बड़ी दिक्कत है। लॉकडाउन की इस संकट की घड़ी में पूर्वोत्तर के लोग इसी तरह एक दूसरे की मदद को आगे आ रहे हैं।