पर्यटकोें ने बताई आप बीती
कर्नाटक से आए पर्यटक सुरेश ने कहा कि हम यहां एक हफ्ते की छुट्टियां मनाने आए थे। यहां पर स्थिति को देख अब हम अपनी छुट्टियां यहीं खत्म कर वापस लौट रहे हैं। कल हम चेरापूंजी गए थे। एजेंट ने हमारी यात्रा को जल्द खत्म कराने के लिए जल्दबाजी में पर्यटन स्थलों को दिखाया। उनका कहना है कि सभी बाजार बंद हैं और वे अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इसलिए वापस जा रहे हैं।
इसी तरह जर्मन पर्यटक जैकब ने कहा कि मैं पहले से स्थिति के बारे में अवगत नहीं था। कल सुबह ही पुडुचेरी से आया था। आने के बाद जो स्थिति देखी उसके चलते मैं वापस जा रहा हूं। मुझे आने के बाद किसी दिक्कत का सामना तो नहीं करना पड़ा है,पर इंटरनेट सेवा बंद है। सिर्फ होटल की वाई-फाई चल रही है।
कोलकात से आए उमाकांत का परिवार भी वापस लौट रहा है। उनका कहना है कि हम शिलांग के बाहर कुछ पर्यटक स्थलों का दौरा करना चाह रहे थे। लेकिन अब होटल वाले कह रहे हैं कि बाहर घूमना खतरे से खाली नहीं। हम होटल में ही बंध कर रह गए है। इसलिए यहां रहने का कोई तुक नहीं है। हम वापस लौट रहे हैं।
निखिल और उसका परिवार शिलांग में तीन दिन रहना चाहता था। लेकिन अब दोस्तों की मदद से चेरापूंजी जा रहा है। वहां कुछ समय बिताकर वे वापस लौट जाएंगे।
बाजारों में पसरा सन्नाटा
शिलांग में पर्यटन का सीजन है। होटलें पहले से बुक हैं। पर्यटकों की सुविधा के लिए सरकार ने सभी बसों को सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश दिया है। लेकिन पर्यटक तो टैक्सियों में ज्यादा आते-जाते हैं,उन्हे सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई है। पर्यटकों को सही सूचना न मिल पाने से वे असमंजस में हैं। राज्य के पर्यटन मंत्री मेटबाह लिंग्दोह ने कहा कि सभी थानों को राष्ट्रीय राजमार्ग पर सतर्क रहने को कहा गया है। हम पर्यटकों के लिए सूचना देने का इंतजाम कर रहे हैं। शिलांग के व्यस्ततम पुलिस बाजार में अब मातम पसरा है। कुछ दुकानें थोड़ी देर के लिए खुलकर बंद हो जाती है।