एदल सिंह कंषाना सुमावली
रघुराज सिंह कंषाना मुरैना
गिर्राज डण्डौतिया दिमनी
कमलेश जाटव अम्बाह
ओपीएस भदौरिया मेहगांव
रणवीर जाटव गोहद
मुन्नालाल गोयल ग्वालियर पूर्व
रक्षा संतराम सरौनिया भाण्डेर
जसमंत जाटव करैरा
सुरेश धाकड पोहरी
इमरती देवी डबरा
प्रद्धुमन सिंह तोमर ग्वालियर
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल की दो बार बहुमत साबित करने की मांग को ठुकरा दिया था। लेकिन आखिर में जब गुरुवार शाम को सुप्रीम कोर्ट ने बहुमत साबित करने के निर्देश दिए। जिसके बाद कमलनाथ सरकार की परेशानी और बढ़ गई है। इसके बाद देर रात सिंधिया समर्थक 16 विधायकों के इस्तीफे भी स्वीकार कर लिए गए।