बता दें कि माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा बोर्ड परीक्षाएं 17 फरवरी से 12 मार्च तक आयोजित की जानी हैं। जिसमें हाईस्कूल के 26011 रेगुलर व 2056 प्राइवेट सहित 28067 छात्र और हायर सेकंडरी के 18693 रेगुलर व 1726 प्राइवेट सहित 20418 विद्यार्थी परीक्षा में बैठेंगे। वहीं जिले से बोर्ड परीक्षा में कुल 48485 विद्यार्थी शामिल होंगे।
परीक्षा के लिए अभी फिलहाल जिले में 95 परीक्षा सेंट बनाए गए हैं। वहीं कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए मंडल बोर्ड परीक्षाओं की डेट को आगे बढ़ सकता है और यदि परीक्षाएं स्थगित होती है तो विद्यार्थियों को तिमाही छमाही परीक्षा के आधार पर रिजल्ट तैयार किया जा सकता है। कोरोन संक्रमण की वजह से इस साल अधिकतर स्कूली छात्रों की पढ़ाई ऑनलाइन ही हुई है।
बीते वर्ष भी कोरोना के चलते परीक्षाएं आयोजि नहीं कराई गई थी और सभी छात्रों को पास कर दिया गया था। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी विकास जोशी का कहना है कि अभी इसको कोई आदेश नहीं आया है। यदि आदेश आएगा तो उसका पालन करवाया जाएगा। बीते साल कोरोना संक्रमण के चलते कक्षा 10वीं कक्षा 12वीं की परीक्षा आयोजित नहीं हो सकी थी। ऐसे में माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस साल परीक्षाएं आयोजित कराने को लेकर फरवरी के महीने में तारीखों की घोषणा की है।
प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ है जब मार्च की जगह परीक्षाएं फरवरी महीने में आयोजित कराने को लेकर तारीखों की घोषणा हुई है। कोरोना के चलते परीक्षाएं रद्द ना हो इसी को लेकर 17 और 18 फरवरी से कक्षा दसवीं कक्षा 12वीं की परीक्षाओं की शुरुआत होनी थी लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर अब कक्षा दसवीं कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित कराने को लेकर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। परीक्षाओं को लेकर अब फरवरी के महीने में ही फैसला लिया जाएगा।