सिंधिया स्कूल की चर्चा फीस के साथ-साथ इसके हाईप्रोफाइल स्टूडेंट की वजह से भी होती है। यहां बिजनेस टायकुन मुकेश अंबानी से लेकर अभिनेता सलमान खान तक ने पढ़ाई की है। स्कूल के 122 साल हो गए हैं, इस अवसर पर हम आपको स्कूल की फीस के बारे में बताते हैं। यहां फीस की दो कैटोगेरी होती है। भारतीय छात्रों के लिए अलग और विदेशी छात्रों के लिए अलग फीस है।
भारतीय छात्रों के लिए फीस
110 एकड़ में फैले सिंधिया स्कूल में अपने बच्चे को पढ़ाने की तम्मना तो हर माता-पिता पाले रहते हैं। लेकिन ये इतना आसान भी नहीं है। भारतीय छात्रों के लिए स्कूल फीस की बात करें तो 2019-2020 के लिए 12 लाख रुपये है। वहीं, दाखिले के लिए प्रोस्पेक्टस और टेस्ट के लिए जो चार्ज है वो 21,500 रुपये हैं। 12 में से 7,50,000 लाख रुपये बोर्डिंग, लॉजिंग और ट्यूशन फी के हैं जिसे तीन इंस्टॉलमेंट में जमा करना होता है।
110 एकड़ में फैले सिंधिया स्कूल में अपने बच्चे को पढ़ाने की तम्मना तो हर माता-पिता पाले रहते हैं। लेकिन ये इतना आसान भी नहीं है। भारतीय छात्रों के लिए स्कूल फीस की बात करें तो 2019-2020 के लिए 12 लाख रुपये है। वहीं, दाखिले के लिए प्रोस्पेक्टस और टेस्ट के लिए जो चार्ज है वो 21,500 रुपये हैं। 12 में से 7,50,000 लाख रुपये बोर्डिंग, लॉजिंग और ट्यूशन फी के हैं जिसे तीन इंस्टॉलमेंट में जमा करना होता है।
वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार बच्चों के निजी खर्च हेतु भी स्कूल में अलग से राशि जमा करनी पड़ती है। जो दो किस्तों में होती है। वो कुल मिलाकर एक लाख रुपये हैं। वहीं, स्कूल फीस हर साल रिवाइज होता है। 2020 – 2021 में नए छात्रों की पूरी फीस 13,00,000 रुपये हो सकती है। लेकिन वेबसाइट के अनुसार इसे रिवाइज भी किया जा सकता है। ये फीस नए स्टूडेंट के लिए है। दाखिला लेने के बाद एन्यूअल फीस कम हो जाती है।
विदेशी छात्रों के लिए फीस
सिंधिया स्कूल में विदेशी छात्रों के लिए अलग फीस स्ट्रक्चर है। विदेशी छात्रों को कुल एक साल के लिए 14,22,000 रुपये फीस के रूप में देने होते हैं। जिसमें दाखिले के वक्त 4,85,000 रुपये जमा करना होता है। बाकी के 9,37,000 हजार रुपये तीन किस्तों में देनी पड़ती है। 2020 – 2021 में नए छात्रों के लिए फीस बढ़ सकती है।
सिंधिया स्कूल में विदेशी छात्रों के लिए अलग फीस स्ट्रक्चर है। विदेशी छात्रों को कुल एक साल के लिए 14,22,000 रुपये फीस के रूप में देने होते हैं। जिसमें दाखिले के वक्त 4,85,000 रुपये जमा करना होता है। बाकी के 9,37,000 हजार रुपये तीन किस्तों में देनी पड़ती है। 2020 – 2021 में नए छात्रों के लिए फीस बढ़ सकती है।
1897 में हुई थी स्थापना
दी सिंधिया स्कूल की स्थापना 1897 में ग्वालियर फोर्ट के पास हुई थी। तत्कालीन महाराजा माधवराव सिंधिया ने इस स्कूल की स्थापना में सरदार स्कूल के नाम से की थी। कई दशकों तक राजाओं, सरदारों और जागरीदारों के बेटों को किशोरावस्था में ही अनुशासन और पाबंदी का जीवन इस स्कूल में व्यतीत करना सिखाया जाता रहा है।
दी सिंधिया स्कूल की स्थापना 1897 में ग्वालियर फोर्ट के पास हुई थी। तत्कालीन महाराजा माधवराव सिंधिया ने इस स्कूल की स्थापना में सरदार स्कूल के नाम से की थी। कई दशकों तक राजाओं, सरदारों और जागरीदारों के बेटों को किशोरावस्था में ही अनुशासन और पाबंदी का जीवन इस स्कूल में व्यतीत करना सिखाया जाता रहा है।
बदल गया नाम
साल 1933 में समिति ने यह निर्णय लिया कि विद्यालय को सार्वजनिक स्वरूप दिया जाए। तब इसका नाम सरदार स्कूल से बदलकर ‘सिंधिया स्कूल’ रखा गया। शहर में लगभग 300 फीट की ऊंचाई पर बसे ग्वालियर दुर्ग के ऐतिहासिक अवशेषों की देखरेख और मरम्मत के बाद उन्हें छात्रावास और विद्यालय परिसर का प्रारूप दिया गया।
साल 1933 में समिति ने यह निर्णय लिया कि विद्यालय को सार्वजनिक स्वरूप दिया जाए। तब इसका नाम सरदार स्कूल से बदलकर ‘सिंधिया स्कूल’ रखा गया। शहर में लगभग 300 फीट की ऊंचाई पर बसे ग्वालियर दुर्ग के ऐतिहासिक अवशेषों की देखरेख और मरम्मत के बाद उन्हें छात्रावास और विद्यालय परिसर का प्रारूप दिया गया।
खेलने के लिए 22 मैदान
ग्वालियर शहर के कोलाहल से दूर प्राकृतिक सौंदर्य के मध्य ग्वालियर के ऐतिहासिक दुर्ग पर यह स्कूल स्थिति है। स्कूल का भवन व होटल वास्तुकला के अनुपम उदाहरण हैं। कैंपस में छात्रों के खेलने के लिए 22 मैदान हैं। जिसमें क्रिकेट, लॉन टेनिस, स्वीमिंग पूल, हार्स राइडिंग, बॉक्सिंग से लेकर हर तरह के इंडोर गेम, ओपन थिएटर हैं।
ग्वालियर शहर के कोलाहल से दूर प्राकृतिक सौंदर्य के मध्य ग्वालियर के ऐतिहासिक दुर्ग पर यह स्कूल स्थिति है। स्कूल का भवन व होटल वास्तुकला के अनुपम उदाहरण हैं। कैंपस में छात्रों के खेलने के लिए 22 मैदान हैं। जिसमें क्रिकेट, लॉन टेनिस, स्वीमिंग पूल, हार्स राइडिंग, बॉक्सिंग से लेकर हर तरह के इंडोर गेम, ओपन थिएटर हैं।
मुकेश अंबानी और सलमान खान भी रहे छात्र
सिंधिया स्कूल की फीस इतनी महंगी है कि यहां पढ़ने वाले छात्र रईस ही रहे हैं। फिल्म अभिनेता सलमान खान ( Salman Khan ) इस स्कूल में अरबाज खान के साथ 1977 से 1979 तक पढ़े थे। इस दौरान वे दोनों रानोजी हाउस में रहते थे। इस स्कूल ने देश को कई बड़े नेता, सेना के लिए जनरल, उद्योगपति और फिल्म अभिनेता दिए हैं। सूरज बड़जात्या, नितिन मुकेश, अनुराग कश्यप, अली असगर, सुनील भारती मित्तल और मुकेश अंबानी भी यहां पढ़ाई कर चुके हैं।
सिंधिया स्कूल की फीस इतनी महंगी है कि यहां पढ़ने वाले छात्र रईस ही रहे हैं। फिल्म अभिनेता सलमान खान ( Salman Khan ) इस स्कूल में अरबाज खान के साथ 1977 से 1979 तक पढ़े थे। इस दौरान वे दोनों रानोजी हाउस में रहते थे। इस स्कूल ने देश को कई बड़े नेता, सेना के लिए जनरल, उद्योगपति और फिल्म अभिनेता दिए हैं। सूरज बड़जात्या, नितिन मुकेश, अनुराग कश्यप, अली असगर, सुनील भारती मित्तल और मुकेश अंबानी भी यहां पढ़ाई कर चुके हैं।