थाने और चौकी में पुलिस क्या कर रही है, अब सब कैमरे की नजर में रहेगा। हालांकि अभी भी थाने सीसीटीवी की निगरानी में हैं, लेकिन इनमें गिने चुने कैमरे ही लगे हैं। थाना परिसर का काफी हिस्सा उनकी नजर से बचा है। चौकियों में कैमरे नहीं हैं, लेकिन अब चौकी, थाने का कोना, कोना राउंड द क्लॉक निगरानी में रहेगा। थाने में कौन आ रहा है। उसके साथ पुलिस का रवैया कैसा है। कौन कितने देर से शिकायत लेकर बैठा है। किस थाने और चौकी में क्या चल रहा है। सब रिकॉर्ड तो होगा, इसके अलावा पुलिस अफसर भी उसे एक क्ल्कि पर देखेंगे। थाने का औचक निरीक्षण के लिए वहां जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
कानूनी कार्रवाई में मुहैया होंगे फुटेज
चौकी और थाना पूरी तरह सीसीटीवी की निगरानी में रहेगा। प्रदेश स्तर पर सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम को मजबूत किया जा रहा है। जिले में शहर और देहात के थानो में 13 और चौकी में 6 कैमरे लगाए जाएंगे। निजी कंपनी सीसीटीवी लगाने का काम कर रही है। इसका मकसद पुलिस की कार्रवाई को पारदर्शी रखना है। फिलहाल सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग का डाटा थाना और जिला पुलिस कंट्रोल रूम में जमा होगा। आने वाले दिनों में इसे भोपाल सीसीटीवी सर्विलांस कंट्रोल रूम से भी जोड़ा जाएगा।
मृगाखी डेका, एएसपी और नोडल अधिकारी सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम ग्वालियर
डोम कैमरे से लैस होंगे थाना चौकी
पुलिस अधिकारियों ने बताया थाना और चौकी में डोम कैमरे लगाए जा रहे हैं। यह 360 डिग्री घूमेंगे, इसलिए पूरी इमारत उनकी नजर में रहेगी। अभी तक थानों में मेनगेट, हैडमौहर्रर कक्ष, हवालात और सहित परिसर के कुछ हिस्से पर नजर रखने के लिए करीब 4 कैमरे लगे हैं, लेकिन अब पुलिस मुख्यालय ने इनकी गिनती बढ़ाई है। थानों में 13 और चौकी में 6 कैमरे रहेंगे, इसलिए जिन थानो में 4 कैमरे हैं वहां 9 नए कैमरे बढ़ेंगे। इनमें कुछ डोम होंगे।
इस तरह रिकॉर्ड होगा डाटा
सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग थाना, जिला कंट्रोल रूम सहित भोपाल के सीसीटीवी कंट्रोल में होगी। पुलिस अधिकारी कहते हैं कई मामलों में पुलिस पर सीसीटीवी रिकॉर्डिंग डिलीट करने के आरोप लगते हैं। अब तीन जगहों पर डाटा रिकॉर्ड होगा तो यह आरोप खत्म होंगे। इसके अलावा किसी भी वक्त पुलिस अफसर कंट्रोल रूम से जिले के किसी भी थाने की स्थिति देख सकेंगे। थाना और चौकी का हर हिस्सा सीसीटीवी की निगरानी में होगा तो पुलिसकर्मी भी अलर्ट रहेंगे।