रात करीब 1.25 बजे गायों का झुंड खेतों से निकलकर वन खंडेश्वर मंदिर के पास से रेलवे लाइन पार करने लगा। इसी दौरान झांसी की ओर से आ रही डाउन तमिलनाडु एक्सप्रेस आ गई। इसकी चपेट में आने से 13 गायों की दर्दनाक मौत हो गई। ट्रेन की रफ्तार अधिक होने से गायों के शव दूर तक छिटक गए। मौके पर दूर तक गायों के शव पड़े थे। सुबह ग्रामीणों ने गायों के शव लाइन पर पड़े देखे तो जीआरपी को सूचना दी। जानकारी मिलते ही जीआरपी पहुंची और जांच पड़ताल कर लौट आई। इसके बाद कोतवाली पुलिस, एसडीएम और नगर पालिका की टीम घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने मौका मुआयना किया। प्रशासन ने नगर पालिका से जेसीबी मंगवाकर खेरी गांव के पास एक बड़ा गड्ढा खुदवाकर सभी गायों को दफन करवा दिया।
ट्रेन भी हादसे का शिकार हो सकती थी: एक दर्जन मवेशियों का ट्रेन से टकराने का सीधा अर्थ है कि ट्रेन भी हादसे का शिकार हो सकती थी। किंतु कोई बड़ी घटना नहीं घटी। गायें ट्रेन की चपेट में आकर दूर फिकती चली गईं।
तार फैसिंग का मुद्दा उठाया ग्रामीणों ने घटनास्थल पर खेरी गांव के ग्रामीण एकत्र हो गए। उन्होंने एसडीएम के समक्ष गांव के पास से गुजरी ट्रेन लाइन के दोनों तरफ तार फैसिंग कराए जाने की मांग उठाई। उनका कहना था कि जहां-जहां ट्रेन लाइन रिहायशी बस्ती के पास हैं वहां लाइन के दोनों ओर तार फैसिंग है। लेकिन यहां तार फैंसिग न होने से न सिर्फ मवेशी हादसे का शिकार होते हैं बल्कि ग्रामीण भी ट्रेन की चपेट में आ जाते हैं।
गोशाला का निर्माण जल्द कराने की मांग उठी
एकसाथ एक दर्जन गायों की मौत की जानकारी मिलते ही सुबह गोपुत्र सेना के कार्यकर्ता घटनास्थल पर पहुंच गए। सेना के कार्यकर्ताओं ने एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपा है जिसमें उन्होंने मांग की है कि सिंध के पास बनने वाली गोशाला का अधूरा निर्माण कार्य जल्द पूरा कराया जाकर उसे चालू किया जाए ताकि आवारा मवेशियों को इसमें रखकर इन्हें हादसों से बचाया जा सके। ज्ञापन सौंपने वालों प्रदेश संयोजक श्रीराम चतुर्वेदी,जिला संयोजक कपिल सोनाी, नगर संयोजक अंकुर अग्रवाल, उपाध्यक्ष भीकम साहू शामिल हैं।
एकसाथ एक दर्जन गायों की मौत की जानकारी मिलते ही सुबह गोपुत्र सेना के कार्यकर्ता घटनास्थल पर पहुंच गए। सेना के कार्यकर्ताओं ने एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपा है जिसमें उन्होंने मांग की है कि सिंध के पास बनने वाली गोशाला का अधूरा निर्माण कार्य जल्द पूरा कराया जाकर उसे चालू किया जाए ताकि आवारा मवेशियों को इसमें रखकर इन्हें हादसों से बचाया जा सके। ज्ञापन सौंपने वालों प्रदेश संयोजक श्रीराम चतुर्वेदी,जिला संयोजक कपिल सोनाी, नगर संयोजक अंकुर अग्रवाल, उपाध्यक्ष भीकम साहू शामिल हैं।