इस किले में राज परिवार के सदस्य शैलेंद्र बुंदेला (नगर पंचायत अध्यक्ष खनियांधाना) व उनका परिवार निवास करता है। कलश चोरी की इस घटना से कस्बेवासियों में आक्रोश था और कई दिन तक बाजार बंद करके पुलिस को ज्ञापन भी सौंपे थे। शिवपुरी पुलिस तो इस मामले को ठंडे बस्ते में डालकर बैठी थी, लेकिन दतिया पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए कलश चोरी करने वाले दो आरोपियों को दबोच लिया है। पकड़े गए आरोपी अजय पुत्र पूरन पटवा व विनोद पुत्र चरणदास अहिरवार निवासीगण ग्राम मवई जिला दतिया ने पूछताछ में यह कबूल किया कि हमने खनियांधाना में कलश चोरी किया था।
दतिया में चोरी की तो पकड़े गए
सिविल लाइन दतिया क्षेत्रांतर्गत परशुराम मंदिर से छह दिन पूर्व दानपेटी सहित कुछ अन्य सामग्री चोरी हो गई थी। चोरों की तलाश में जुटीं सिविल लाइन थाना प्रभारी दतिया प्रीति भार्गव ने जब पतारसी की तो दतिया के परदेसीपुरा से सोमवार को तीन आरोपी दबोच लिए, जिसमें अजय व विनोद के अलावा पवन पुत्र नाथूराम पंडित निवासी ग्राम वीकर जिला दतिया शामिल हैं। चोरों से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उन्होंने न केवल कलश चोरी करना स्वीकार किया, बल्कि पिछोर के बीजासेन मंदिर से छत्री चोरी करना भी कबूल किया।
बुंदेला भी गए थे दतिया
खनियांधाना किले में रहने वाले राज परिवार के शैलेंद्र बुंदेला को भी दतिया पुलिस ने बुलाया था। बुंदेला ने बताया कि उक्त दोनों चोरों ने पूछताछ में कबूल किया है कि हमने अपने चार अन्य सदस्यों के साथ मिलकर कलश चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। फिर हमने कलश को टाइल्स काटने वाली मशीन से काटकर उसे तेजाब से गलाया, तो उसमें सोना, पीतल व अन्य धातु अलग-अलग हो गए थे।
चोरों ने बताया कि हम सभी छह साथियों ने सोने की हिस्सेदारी करके उसे सुनारों के पास बेच दिया था। बुंदेला ने बताया कि कलश चोरी करने वाले छह में से पांच चोर दतिया के व एक उत्तरप्रदेश का है, जबकि रैकी करने वाला खनियांधाना का ही है, जिसने इन्हें चोरी करने के लिए बुलाया था। पुलिस अब चोरों की निशानदेही पर अन्य लोगों की तलाश शुरू कर दी है।