– अजनवरी में 183 दुकानों का सामान्य और 21 दुकानों का आकस्मिक निरीक्षण हुआ। निरीक्षण के बाद 9 दुकानें निलंबित की गईं और 4 के संचालक पर एफआइआर दर्ज हुई।
– फरवरी में 168 दुकानों का सामान्य और 12 दुकानों का आकस्मिक निरीक्षण हुआ। निरीक्षण के बाद 1 दुकानें निलंबित की गईं और 1 के संचालक पर एफआइआर दर्ज हुई।
– मार्च में 76 दुकानों का सामान्य और 9 दुकानों का आकस्मिक निरीक्षण हुआ। निलंबन और एफआइआर दर्ज नहीं हुई।
– अप्रेल 134 दुकानों का सामान्य और 18 दुकानों का आकस्मिक निरीक्षण हुआ। निरीक्षण के बाद 2 दुकानें निलंबित की गईं और 2 के संचालक पर एफआइआर दर्ज हुई।
– मई में 97 दुकानों का सामान्य और 26 दुकानों का आकस्मिक निरीक्षण हुआ। निरीक्षण के बाद 4 दुकानें निलंबित की गईं और 1 के संचालक पर एफआइआर दर्ज हुई।
– जून में 84 दुकानों का सामान्य और 19 दुकानों का आकस्मिक निरीक्षण हुआ। निरीक्षण के बाद 1 दुकानें निलंबित की गई।
– 10 जुलाई तक 26 दुकानों का सामान्य और 8 दुकानों का आकस्मिक निरीक्षण हुआ। निरीक्षण के बाद 1 दुकान निलंबित की गई है।
– जनपद भितरवार में 23793 स्थाई और 725 अस्थाई परिवार जुड़े हैं।
– जनपद डबरा में 18574 स्थाई और 365 अस्थाई परिवार जुड़े हैं।
– जनपद घाटीगांव में 21656 स्थाई और 880 अस्थाई परिवार जुड़े हैं।
– जनपद मुरार में 17782 स्थाई और 424 अस्थाई परिवार जुड़े हैं।
– नगर परिषद आंतरी में 1694 स्थाई और 14 अस्थाई परिवार जुड़े हैं।
– नगर परिषद भितरवार में 2200 स्थाई और 11 अस्थाई परिवार जुड़े हैं।
– नगर परिषद बिलौआ में 1886 स्थाई और 9 अस्थाई परिवार जुड़े हैं।
– नगर परिषद पिछोर में 1574 स्थाई और 9 अस्थाई परिवार जुड़े हैं।
– नगर निगम ग्वालियर में 95606 स्थाई और 18764अस्थाई परिवार जुड़े हैं।
– नगर पालिका डबरा में 10591 स्थाई और 102 अस्थाई परिवार जुड़े हैं।
– नगर परिषद मोहना में 2210 स्थाई और 39 अस्थाई परिवार जुड़े हैं।
जानकारी मांगी है
लॉकडाउन के दौरान अस्थाई पात्रता पर्ची के माध्यम से तीन महीने का राशन उपलब्ध कराया गया है। अब अस्थाई पात्रता पर्ची धारक अपने निकाय में आधार सहित अन्य दस्तावेज जमा करके 31 जुलाई तक स्थाई पात्रता हासिल कर सकते हैं। जबकि 1 लाख 97 हजार 566 परिवारों को स्थाई पात्रता दी जा चुकी है। इसी तरह समीक्षा के दौरान बीते छह महीने के दौरान किए गए निरीक्षण, निलंबन और अनियमितताओं के मामले में दर्ज हुईं एफआईआर को लेकर भी अधिकारियों से पूरी जानकारी मांगी गई थी।
चंद्रभानसिंह जादौन, जिला आपूर्ति नियंत्रक