रेल संरक्षा आयुक्त मोहम्मद लतीफ खान ने इस ट्रैक का कैरिज तथा मोटर ट्राली से निरीक्षण किया। इस दौरान ट्रैक के सिग्नल, गेट, ओएचई लाइन, पुल-पुलियां, प्वाइंट आदि का भी बारीकी से निरीक्षण किया गया। उन्होंने ट्रैक पर आने वाले बानमौर, रायरू और बिरला नगर रेलवे स्टेशन का भी निरीक्षण किया।
निरीक्षण के बाद नवनिर्मित ट्रैक पर अधिकतम 127 प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन को दौड़ाकर देखा। इस दौरान ट्रेन की रफ्तार से नए ट्रैक की गुणवत्ता, रीडिंग गुणवत्ता आदि की जांच की गई। संरक्षा आयुक्त के निरीक्षण से पहले इस ट्रैक पर 16 अप्रैल से इंजन दौड़कर ट्रायल लिया जा रहा था।
नई दिल्ली से बीना तक बिछाई जा रही तीसरी लाइन का काम बानमौर से बिरला नगर स्टेशन तक पूरा हो गया है। तीसरी लाइन पर अभी आगरा के भांडई से लेकर धौलपुर तक ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। रेल संरक्षा आयुक्त की रिपोर्ट के बाद मई में इस ट्रैक पर भी ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सकता है। तीसरी लाइन का काम बानमौर से मुरैना के बीच भी तेजी से चल रहा है।
तीसरी लाइन के चालू होने से ये होंगे लाभ
— ट्रेनों का संचालन आसान होगा
— तीसरी लाइन के चालू होने से ट्रेनों के परिचालन में सुगमता हो जाएगी
— समय की खासी बचत होगी
— ट्रेनों को गति मिलने से दिल्ली—मुंबई के बीच कम समय लगेगा
— धौलपुर रेल खंड पर ट्रेनों का संचालन ठीक से होगा
— ट्रेनों का संचालन आसान होगा
— तीसरी लाइन के चालू होने से ट्रेनों के परिचालन में सुगमता हो जाएगी
— समय की खासी बचत होगी
— ट्रेनों को गति मिलने से दिल्ली—मुंबई के बीच कम समय लगेगा
— धौलपुर रेल खंड पर ट्रेनों का संचालन ठीक से होगा