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यहां से पकड़े गए आरोपी
हालांकि, बड़ा सवाल ये है कि, गैंगस्टर को शरण देने वाले इन दोनो आरोपियों को पकड़ने के लिए यूपी एसटीएफ बीते दो दिनों से ग्विलयर में डेरा डाले हुए थी, लेकिन ग्वालियर पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। पुलिस के अनुसार, कानपुर कांड में वांछित शशिकांत पांडेय उर्फ सोनू और शिवम दुबे को ओम प्रकाश पांडेय निवासी भगत सिंह नगर, प्राचीन मंदिर के पास, थाना गोले का मंदिर, ग्वालियर और अनिल पांडेय निवासी सागर ताल, सरकारी मल्टी थाना गोरखपुर, ग्वालियर ने अपने यहां छिपा कर रखा था। दोनों के खिलाफ कानपुर नगर के चौबेपुर थाना में केस दर्ज है।
अब भी 12 फरार
आपको बता दें, अब तक पुलिस के सामने आए विकास दुबे समेत उसके 6 साथियों को एनकाउंटर में मार गिराया है। इनमें से 3 गिरफ्तार भी किये गए हैं। अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के मुताबिक, बिकरू कांड को अंजाम देने के मामले में 21 अभियुक्तों को नामजद किया गया था, जबकि 60 से 70 अन्य अभियुक्त पुलिस के राडार पर हैं। हालांकि, विकास दुबे समेत 6 नामजद अभियुक्त मारे जा चुके हैं, जबकि 3 गिरफ्तार भी किये गए हैं। जल्द ही, 21 में से अन्य 12 अपराधी भी जल्द गिरफ्तार किये जाएंगे। वहीं मामले में अन्य अभियुक्तों में 8 को गिरफ्तार किया गया है।
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छापेमारी लगातार जारी
बता दें कि, उज्जैन में गिरफ्तार किये जाने के बाद विकास दुबे को कानपुर लाया जा रहा था। यहां एसटीएफ की गाड़ी का एक्सीडेंट हुआ और पुलिस के अनुसार विकास दुबे ने एक पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। इसके बाद वो पुलिस पर फायरिंग करते हुए भागने लगा। जवाबी फायरिंग में उसे गोली लगी। इसके बाद पुलिस ने विकास दुबे को अस्तपाल में भर्ती कराया, यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, अन्य एनकाउंटर में विकास के साथी अमर दुबे समेत 5 अपराधियों का एनकाउंटर किया जा चुका है।