फील्ड में नहीं जाते कर्मचारी
नगर निगम में आउटसोर्स कर्मचारियों के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा चल रहा है। इसका खुलासा गत दिवस हुआ है जिसमें ८ कर्मचारी जो कि कभी थे ही नहीं उनका वेतन १ साल से अधिक समय से निकल रहा है। सूत्रों की मानें तो यह सिर्फ एक मामला नहीं है इस तरह के कई मामले सामने आ सकते हैं, लेकिन अधिकारी इसमें दिलचस्पी ही नहीं दिखाते हैं। अगर जिम्मेदार अधिकारी सही ढंग से मॉनिटरिंग करें तो इस तरह का कोई फर्जीवाड़ा नहीं हो सकता और कर्मचारी फील्ड में भी दिखाई देंगे। मॉनिटरिंग की बात करें तो इन कर्मचारियों के ऊपर वार्ड हेल्थ ऑफिसर होता है इसके बाद क्षेत्रीय अधिकारी और सहायक स्वास्थ्य अधिकारी की जिम्मेदारी होती है।
फर्जीवाड़ा पकड़ा तो जागा निगम
आउटसोर्स कर्मचारियों के नाम पर चल रहा फर्जीवाड़ा सामने आने पर अब निगम अधिकारियों की नींद खुली है। आनन फानन में अब सभी सफाईकर्मियों की सूची तलब की जा रही है और अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सभी का भौतिक सत्यापन किया जाए। अगर कोई गड़बड़ी है तो तुरत ही कार्रवाई करें। इसको लेकर स्वास्थ्य अधिकारी ने सभी वार्ड हेल्थ ऑफिसर को निर्देश जारी कर दिए हैं।
आउटसोर्स कर्मचारियों की संख्या: १०००
स्थाई कर्मचारी: १०८३
विनियमित कर्मचारी: १०००
सफाई बजट: १०० करोड़ लगभग
फील्ड में सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति को लेकर सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सख्ती से जांच करें। अगर कोई मौजूद नहीं है तो तत्काल कार्रवाई करें। ३ हजार से अधिक सफाईकर्मी होने के बावजूद इसी कारण सफाई व्यवस्था ठीक नहीं है। आउटसोर्स कर्मचारियों के नाम पर गौरखधंधा पकड़ा है इसको लेकर हम और भी जांच पड़ताल कर रहे हैं, जो भी शामिल होगा सभी पर कार्रवाई की जाएगी।
संदीप माकिन, निगमायुक्त