प्रस्तावित बर्ड पार्क तक पानी लाने के लिए नाले की ढलान को सही करने के साथ गहरीकरण भी किया जा रहा है। आसपास के लगभग पांच किलोमीटर क्षेत्र से व्यर्थ बह जाने वाले बारिश के पानी को अब नालियां बनाकर तालाब की ओर मोड़ा जाएगा। इसके लिए 300 फीट लंबाई में नाले को गहरा किया जा चुका है।
यहां पहुंचे अधिकारी
जड़ेरुआ डैम –मुरार क्षेत्र की टीम दोपहर में जड़ेरुआ डैम पर पहुंची। यहां खाली जमीन पर सघन वन तैयार करने की योजना बनाई गई है। इस प्लानिंग को अमल में लाने के लिए टीम ने जमीन का जायजा लिया और आसपास मौजूद अतिक्रमण को देखा। यहां लगभग 14 बीघा जमीन में पौधरोपण किया जाना है।
रमौआ डैम –झांसी रोड क्षेत्र की टीम ने रमौआ डैम का दौरा किया। सरकारी टीम बांध की पार (बंड) से दूसरी तरफ भी गई और कैचमेंट एरिया से आने वाले बारिश के पानी को रोकने वाली जगहों को चिन्हित किया। पानी को सीधा बांध तक लाने के लिए बहाव क्षेत्र को बेहतर किया जाएगा। यहां पौधों के लिए गड्ढे खोदने का काम शुरू करने के लिए मार्किंग की गई है। यहां की 6 एकड़ जमीन में पौधे लगाकर वन तैयार किया जाएगा।