scriptयहां आईसीयू खुद है वेंटीलेटर पर, कैसे करें लोगों का इलाज | 40 killed in 25 days in ICU | Patrika News

यहां आईसीयू खुद है वेंटीलेटर पर, कैसे करें लोगों का इलाज

locationग्वालियरPublished: Sep 05, 2017 09:04:00 pm

अस्पताल में गंभीर मरीजों के इलाज के लिए आईसीयू में भर्ती किया जाता है, लेकिन कुछ अस्पतालों को आईसीयू खुद वेंटीलेटर पर हैं।

gwalior jh

hospital

ग्वालियर. उत्तरप्रदेश के गोरखपुर की तरह ग्वालियर के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर आईसीयू में 25 दिन में 40 गंभीर मरीजों की जान चली गई। मरने वालों में 80 फीसदी सिर में गंभीर चोट के मरीज हैं। ट्रॉमा सेंटर में लापरवाही और अव्यवस्था का यह आलम बीते कई वर्षों से चला आ रहा है। ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में 12 वेंटिलेटर में से 10 खराब हैं। आईसीयू में भर्ती मरीजों के परिजन बताते हैं कि हर दिन दो लोग अपनी जान गंवा रहे हैं।
ट्रॉमा सेंटर में बदइंतजामी का अलाम यह है कि मरीजों को जुगाड़ के वेंटिलेटर से जीवित रखने का प्रयास किया जा रहा है। एेसा नहीं है कि अस्पताल प्रबंधन को वेंटिलेटर खराब होने की जानकारी नहीं है। बीते दो साल से वेंटिलेटर कोमा में है। इसके बाद भी वेंटिलेटर अब तक दुरुस्त नहीं हो सके। ऐसा नहीं कि यहां डॉक्टर अच्छे नहीं हैं, लेकिन अस्पताल की व्यवस्था और प्रशासन पर इन आंकड़ों ने प्रश्नचिन्ह लगा दिए हैं।
दिए दिशा निर्देश

– व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए लगातार दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं अगर इसके बावजूद भी हालातों में सुधार नहीं आता तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

एसएन रूपला, संभागायुक्त
एक नजर

ट्रॉमा सेंटर में वेंटिलेटर: 12

खराब कुल वेंटिलेटर: 10

25 दिन में मौत: 40 से अधिक

वेंटिलेटर खराब स्थिति समय 02 साल

हादसे के शिकार हर रोज आते हैं मरीज: 8 से 10 मरीज
सिर की चोट के मरीज: 05

 बिना लाइसेंस दवा बेचते डॉक्टर पकड़ा

खाद्य एवं औषधि प्रशासन के औषधि निरीक्षकों ने एक डॉक्टर को बिना लाइसेंस दवा बेचते पकड़ा। शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की गई। शिकायत मिलने पर औषधि निरीक्षक दिलीप अग्रवाल और अजय ठाकुर डबरा पहुंचे। डबरा सुभाषगंज में डॉ.हेंमत मोदी की क्लीनिक पर औषधि निरीक्षकों ने छापा मारा। इस दौरान डॉ.मोदी के यहां एक्सपायरी डेट की नेत्र की दवाएं भारी संख्या में मिली। साथ ही वे बिना लाइसेंस के दवा बेचने का काम करते मिले। कार्रवाई के दौरान रिकॉर्ड जब्त कर दिया गया। इनके खिलाफ दवा एक्ट के तहत कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।

ट्रेंडिंग वीडियो