ग्रामीण क्षेत्र के लिए इंतजाम नहीं
नगर निगम की फायर ब्रिगेड की व्यवस्था शहरी क्षेत्र में में फिर भी ठीक-ठाक है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों अधिकतर खराब ही है। ग्रामीण क्षेत्रों में जब भी कोई बड़ी आगजनी की घटना घटित होती है तो फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां ग्वालियर से ही भेजी जाती है। ऐसे में यदि ग्रामीण क्षेत्र में कोई बड़ी घटना होती है तो बड़ी ही आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि फायर ब्रिगेड की क्या व्यवस्था है। निगम आयुक्त हर्ष सिंह ने बताया कि जल्द ही जो गाडिय़ां खराब हैं उन्हें सही कराया जाएगा और कुछ गाडिय़ां नई खरीदी जाएंगी।
बानमौर व मालनपुर औद्योगिक क्षेत्र हैं। यहां सैकड़ों की संख्या में कंपनियां मौजूद है। कई बार यहां कंपनियों में भीषण आग लग जाती है। ऐसे में औद्योगिक क्षेत्र में दमकल की गाडिय़ों की संख्या कम होने के चलते ग्वालियर सहित दूसरे जिलों से भी दकम की गाडिय़ों को बुलाया जाता है। तब कही जाकर आग पर काबू पाया जाता है।
नगर निगम के पास फायर बिग्रेड की कुल 28 गाडिय़ां है। जिसमें से 22 गाड़ी चालू हालात है और 6 गाडिय़ां खराब स्थिति है। वहीं तीन गाडिय़ों में पंप सहित अन्य कार्य होना है।
फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां- 28
कर्मचारियों की संख्या – 124
तैनात अधिकारी – 05
दमकल की खराब गाड़ी – 06
रखरखाव पर खर्च – 86000
फायर स्टेशन – 05
एक गाड़ी में पानी आता है – 4500 लीटर
फायर वाटर टेंकर पर कर्मचारी – 04