गिनती में शामिल अपर लोक अभियोजक मृत्युंजय गोस्वामी ने बताया कि शिवरात्रि पर मार्च के महीने में अचलेश्वर मंदिर की दानपेटियों की गिनती की गई थी। इसके बाद बाद बुधवार को फिर से दानपेटियों की गिनती कराई गई। सुबह 11.30 बजे रिसीवर अवधेश श्रीवास्तव, लोक अभियोजक विजय शर्मा और तहसीलदार सुभ्रता त्रिपाठी की मौजूदगी में बैककर्मियों ने गिनती शुरू की। कुल 13 में से 12 पेटियों को खोलकर रकम की गिनती की गई। रात 8 बजे तक चली गिनती में 7 लाख 18 हजार रकम पेटियों में से निकली। पेटियों में से निकले 10 रुपए के सिक्के व 10 रुपए के नोटों की गिनती नहीं हो सकी। इन्हें कट्टों में भरकर सीलबंद कर रखवाया है।
जो नोट चलते नहीं वो महादेव को दान
गोस्वामी ने बताया कि गिनती के दौरान पेटियों में से 28,500 रुपए की अप्रचलित मुद्रा मतलब वे नोट निकले जिनका प्रचलन बंद हो चुका है। इनमें 1 हजार के 16 नोट व 500 के 25 नोट शामिल हैं।
विदेशी मुद्रा भी निकली
अपर लोक अभियोजक गोस्वामी ने बताया कि अचलेश्वर मंदिर की पेटियों की रकम की गिनती के दौरान सहूदी अरेबिया का एक 10 का नोट रियाल भी निकला है।
युवाओं ने महादेव के दरबार में लगाई नौकरी की अर्जी, किसी की यूपीएससी में सफलता की मन्नत
मंदिर की दानपेटियों की रकम की गिनती के दौरान कुछ पेटियों में भक्तों द्वारा बाबा अचलनाथ को डाली गई अर्जियां भी निकली। इनमें ज्यादातर अर्जी युवाओं की हैं जिन्होंने नौकरी के लिए अर्जी लगाई है। एक युवा ने यूपीएससी में सफलता के लिए कागज पर अर्जी लिखकर डाली तो एक युवा ने अर्जी पर लिखा है कि बाबा मेरे पिता और मेरी पत्नी में आपस में बनने लगे। दानपेटी से निकली राशि की गिनती के दौरान बिजली ने व्यवधान डाला। सुबह 11.30 से रात 8 बजे तक गितनी के दौरान कई बार बिजली कट हुई जिसके चलते कई देर तक गिनती का काम रुका रहा। हालांकि जनरेटर की व्यवस्था थी लेकिन उसे चालू करने में समय लगा। गिनती में समय ज्यादा लगने से रात को बैंककर्मियों ने गिनती करने में असमर्थता व्यक्त की।
चांदी का सामान भी आया दान पेटियों से बाहर
गिनती के दौरान पेटियों में से नाग के जोड़े व बिछिया भी निकले हैं जो चांदी जैसे प्रतीत हो रहे हैं। इन्हें भक्तों द्वारा दानपेटियों में डाला गया था।