शहर का सबसे व्यस्ततम मार्ग पड़ाव पुल पर सुबह 8 बजे से रात 12 बजे वाहनों का आवागमन होता है। सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे और शाम 4 से साढ़े आठ बजे तक वाहनों का अधिक लोड होता है। इन वाहनों के वजन के साथ अब पुल को सीसी डिवाइडर का 300 टन अतिरिक्त वजन सहन करना पड़ रहा है।
सीसी डिवाइडर से पुल को खतरा
पुल पर (आरओबी हिस्सा छोडकऱ) सीसी डिवाइडर रखे जा रहे हैं। एक डिवाइटर का वजन 8 क्विंटल बताया जा रहा है। 400 डिवाइडर रखे जा रहे हैं। एक महीने में पड़ाव चौराहे तक यह डिवाइडर लगाकर बोझ बढ़ाया जाएगा, जबकि जल्द ही लोक निर्माण विभाग का सेतु संभाग बगल में ही बन रहे धनुषाकार पुल को शुरू कराने जा रहा है, इससे इस पुल पर आने वाला ट्रैफिक कम हो जाएगा, ऐसे में सीसी डिवाइडर अनुपयोगी साबित होंगे।
पुल पर (आरओबी हिस्सा छोडकऱ) सीसी डिवाइडर रखे जा रहे हैं। एक डिवाइटर का वजन 8 क्विंटल बताया जा रहा है। 400 डिवाइडर रखे जा रहे हैं। एक महीने में पड़ाव चौराहे तक यह डिवाइडर लगाकर बोझ बढ़ाया जाएगा, जबकि जल्द ही लोक निर्माण विभाग का सेतु संभाग बगल में ही बन रहे धनुषाकार पुल को शुरू कराने जा रहा है, इससे इस पुल पर आने वाला ट्रैफिक कम हो जाएगा, ऐसे में सीसी डिवाइडर अनुपयोगी साबित होंगे।
पुल की गिर रही सीमेंट
पुल के नीचे के हिस्स में कई जगह सीमेंट टपक कर गिर रही है। इसके अलावा सपोर्ट दीवार की ईंटें भी अपने स्थान से हट चुकी हैं। पड़ाव पुल और आरओबी को जोडऩे वाली दीवार में भी दरार है। पुल के फुटपाथ की जगह कई जगह क्रेक आ चुका। पुल की सीढिय़ों में भी दरारें आ रही हैं। सपोर्ट दीवार का एक हिस्सा टूट चुका है।
पुल के नीचे के हिस्स में कई जगह सीमेंट टपक कर गिर रही है। इसके अलावा सपोर्ट दीवार की ईंटें भी अपने स्थान से हट चुकी हैं। पड़ाव पुल और आरओबी को जोडऩे वाली दीवार में भी दरार है। पुल के फुटपाथ की जगह कई जगह क्रेक आ चुका। पुल की सीढिय़ों में भी दरारें आ रही हैं। सपोर्ट दीवार का एक हिस्सा टूट चुका है।
पुल को देखरेख की जरूरत
पुल बहुत पुराना है, अब इसकी देखरेख की अत्याधिक आवश्यकता है। पुल पर कुछ जगह दरारें हैं, ये दरारें तब आती हैं जब पुल मूवमेंट नहीं करता है, उसके सस्पेंशन खराब हो जाते हैं, बैरिंग टूटते हैं।
गौरीशंकर सुमन, सेवानिवृत्त अनुविभागीय अधिकारी, सेतु संभाग, लोक निर्माण विभाग
पुल बहुत पुराना है, अब इसकी देखरेख की अत्याधिक आवश्यकता है। पुल पर कुछ जगह दरारें हैं, ये दरारें तब आती हैं जब पुल मूवमेंट नहीं करता है, उसके सस्पेंशन खराब हो जाते हैं, बैरिंग टूटते हैं।
गौरीशंकर सुमन, सेवानिवृत्त अनुविभागीय अधिकारी, सेतु संभाग, लोक निर्माण विभाग