डॉक्टर परिवार सुबह पौने छह बजे घर लौटा तो चोरी पता चली। डॉ राजेश कुमार पिप्पल निवासी प्रतीक्षा अपार्टमेंट, लक्ष्मीबाई कॉलोनी ने बताया संडे को अवकाश था। इसलिए पत्नी डॉ. विमलेश और बच्चों के साथ साढ़ू परमाल मेहरा के यहां चले गए, मेहरा डीएसपी हैं। सचिन तेंदुलकर मार्ग पर रहते हैं। उनके यहां संडे को डिनर का प्रोग्राम था। इसलिए प्लान था कि डिनर कर रात करीब 11 बजे तक वापस आ जाएंगे। लेकिन वापसी के वक्त मौसम खराब हो गया,तो वहीं रुक गए। सुबह बच्चों को भी स्कूल जाना था। इसलिए साढ़े पांच बजे घर के लिए चले, 15 मिनट में लक्ष्मीबाई कॉलोनी पहुंच गए।
फ्लैट के दरवाजे पर ताला बिल्कुल उसी हालत में लगा मिला जैसा वह लगा गए थे। उसे खोलरक अंदर आए तो सारा सामान बिखरा पड़ा मिला। डॉ.पिप्पल ने बताया रात में ही घर वापसी का प्लान था इसलिए सिर्फ मेनगेट पर ताला लगा गए थे। बाकी कमरे और अलमारी का ताला खुला था। चोर पड़ोस के मकान की छत से दूसरी मंजिल पर उनके फ्लैट की खिडक़ी तक पहुंचे। दोनों मकानों के बीच में गैप है, कचरा कूड़ा नहीं गिरे इसलिए पहली मंजिल पर रहने वाले परिवार ने उस जगह पर कंस्ट्रक्शन कर पाट दिया है। चोरों उसी जगह पर खड़े होकर खिडक़ी तक पहुंचे। रात के वक्त कॉलोनी में सन्नाटा हो जाता है इसका फायदा उठाकर चोरों ने बेधडक़ ग्रिल को काटा। सारा समान समेट कर उसी रास्ते से लौट गए।
छत तक जाकर रुका डॉग
पुलिस ने बताया कि आशंका है चोर नाले किनारे से डॉ पिप्पल के पड़ोसी की छत चढ़े हैं। उनका रूट ट्रैक करने के लिए स्नीफर डॉग को बुलाया लेकिन उसके पहुंचने से पहले डॉ पिप्पल के घर में पड़ोसी और कई लोग दाखिल हो चुके थे। इसलिए स्नीफर डॉग सिर्फ पड़ोसी की छत पर जाकर रुक गया उसे आगे के रुट पर चोरों की गंध नहीं मिली।
पुलिस ने बताया कि आशंका है चोर नाले किनारे से डॉ पिप्पल के पड़ोसी की छत चढ़े हैं। उनका रूट ट्रैक करने के लिए स्नीफर डॉग को बुलाया लेकिन उसके पहुंचने से पहले डॉ पिप्पल के घर में पड़ोसी और कई लोग दाखिल हो चुके थे। इसलिए स्नीफर डॉग सिर्फ पड़ोसी की छत पर जाकर रुक गया उसे आगे के रुट पर चोरों की गंध नहीं मिली।
सात लाख के जेवर, रिपोर्ट एक लाख की
डॉ पिप्पल का कहना है कि घर में करीब सात लाख रुपए का जेवर था, पुलिस ने उसकी कीमत सिर्फ एक लाख रुपए लिखी है। यह भरोसा जरुर दिलाया है कि जब चोर पकड़े जाएंगे तो जेवर पूरा वापस मिलेगा। ढाई लाख रुपए में कुछ पैसा दूसरे का भी था। उसे भी लौटना था लेकिन उससे पहले ही चोर पैसा ले गए।
डॉ पिप्पल का कहना है कि घर में करीब सात लाख रुपए का जेवर था, पुलिस ने उसकी कीमत सिर्फ एक लाख रुपए लिखी है। यह भरोसा जरुर दिलाया है कि जब चोर पकड़े जाएंगे तो जेवर पूरा वापस मिलेगा। ढाई लाख रुपए में कुछ पैसा दूसरे का भी था। उसे भी लौटना था लेकिन उससे पहले ही चोर पैसा ले गए।