scriptशादी से पहले इस घर से उठी अर्थी,अब तक 9 लोगों की गई जान, कमजोर दिल वाले न देखें वीडियो | 9 people dead in gwalior latest hindi news | Patrika News

शादी से पहले इस घर से उठी अर्थी,अब तक 9 लोगों की गई जान, कमजोर दिल वाले न देखें वीडियो

locationग्वालियरPublished: Apr 25, 2018 06:04:51 pm

Submitted by:

monu sahu

शादी से पहले इस घर से उठी अर्थी,अब तक 9 लोगों की गई जान,कमजोर दिल वाले न देखें वीडियो

9 people dead
ग्वालियर। सिमरिया टांका के घरों में मातम का माहौल है,आंखों में आंसुओं का सैलाब और दिलों में दर्द है। बेटी पिता के लिए पत्नी पति और बेटों के लिए बिलख रही हैं। ये पीड़ा…ये रुदन…बेटी और मां का बिलखना-तड़पना उस घर में हो रहा है,जहां छोटे सिलेंडर के फटने से सब कुछ लूट गया। मुआवजा देकर अपनी पीठ थपथपाने वाले अफसरों की लापरवाही ने जिनकी खुशियां छीन लीं। उस घर में पत्रिका टीम पहुंची और पीडि़त परिवार का दर्द महसूस किया।१२ दिन पहले छोटेलाल जाटव के घर में बेटी ललिता की शादी को लेकर खुशी का माहौल था। घर में शादी के गीतों व ढोलक की ताप पर नाचगाने चल रहे थे।
यह भी पढ़ें

IPL 2018 : आईपीएल में सट्टा लगाते तीन पकड़े, हजारों रुपए बरामद, See video



नाते-रिश्तेदारों के साथ गांव के लोग लगुन की रस्म पूरी कर खुश थे तभी अचानक एक जोरदार धमाके के साथ खुशियों का माहौल गमगीन हो गया। हादसे में १५ लोग शिकार हुए। इनमें से ९ अब इस दुनिया में नहीं हैं। इस हादसे के बाद गांव का हर व्यक्ति शोक में है। छोटेलाल जाटव के घर के आसपास पिछले १२ दिनों से चूल्हे तक नहीं जले हैं। मंगलवार को १० वर्षीय बच्ची के मौत की खबर गांव पहुंची, तो माहौल और ज्यादा गमगीन हो गया। तमन्ना की मां लाली अपनी बच्ची का चेहरा देखने के लिए दरवाजे पर टकटकी लगाए थी।
यह भी पढ़ें

इंदौर के बाद एक और दिल दहला देने वाला मंजर,भिण्ड में मासूम से दुष्कर्म



सब बर्बाद हो गया…
लगुन की खुशियों के दौरान हुए हादसे के बाद १८ अप्रैल हो होने वाली शादी टाल दी गई। ललिता पिता के घर से डोली में विदा नहीं हो सकी। अपने पिता, भाई, बहन, भतीजी की मौत के बाद ललिता बेसुध है। उसकी आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। कभी मां से लिपट कर तो कभी भाभी से लिपट कर,सब कुछ बर्बाद होने की बात कहकर चुप हो जाती है।
यह भी पढ़ें

अनियंत्रित वाहन पलटा, लोगों में मची चीख पुकार


स्वास्थ्य केन्द्र पर नहीं था कोई मौजूद
सिमरिया टांका गांव में स्वास्थ्य केन्द्र है, लेकिन घटना वाले दिन केन्द्र पर कोई मौजूद नहीं था। सरपंच सोमवती स्वास्थ्य केन्द्र पर कर्मचारी न होने की कई दफा शिकायत कर चुकी हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने अब तक शिकायतों पर कोई एक्शन नहीं लिया।
यह भी पढ़ें

सेना के जवान को पसंद नहीं थी नौकरी, उठाया ऐसा कदम


इलाज में मदद के लिए आगे आए गांव वाले
१५ लोगों के एक साथ हादसा का शिकार होने के बाद उनके इलाज में मदद के लिए गांव वाले सामने आए। निजी अस्पताल से दिल्ली तक इलाज के लिए गांव वालों ने आर्थिक मदद की। ग्वालियर के एक निजी अस्पताल में भी करीब दो लाख रुपए जमा कराए। इलाज में करीब ६ लाख रुपए खर्च हुए हैं।
9 people dead
आखिर अवैध सिलेंडरों की बिक्री कब होगी बंद
जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजन को ४-४ लाख का मुजावजा देने की घोषणा की है।घायलों को ५९ हजार १०० रुपए की मदद दी जाएगी। मुजावजे के प्रस्तावतैयार हो चुके हैं। क्या इस राशि से उन लोगों की जिंदगी खरीदी जा सकती है जिन्होंने अवैध तरीके से बिकने वाले छोटे सिलेंडर के फटने से दमतोड़ दिया? क्या इस राशि से उन परिवारों की खुशियों खरीदी जा सकती है, जो उनसे छिन गई? यदि नहीं, तो क्यों ना कुछ एेसा प्रयास होना चाहिए की न मौत हो और न ही मातम मनाने का मौका मिले और न ही मुजावजे की राशि देना पड़े।

बिखर गया परिवार
छोटेलाल जाटव के परिवार के साथ उसकी बड़ी बेटी गोमती,इलाजरत विनोद के दो ***** इस हादसे में काल के गाल में समा गए। तीन परिवारों में इस हादसे के बाद से मातम पसरा है। हादसे में छोटेलाल, उनके दो बेटे साहिब सिंह, संतोष, उनके भाई किशनलाल, पोती तमन्ना, बेटी गोमती, गोमती का बेटा कान्हा, विनोद के ***** संदीप और अंकित अब इस दुनिया में नहीं हैं। हादसे में कुल नौ लोग मारे गए।
“हादसे ने हमसे सब कुछ छीन लिया। सर से पिता का साया तो उठा ही भाई, बहन भी बिछड़ गए। गांववालों ने मदद की इसलिए इलाज भी करा पाए।”
बबलू, पीडि़त परिवार का सदस्य


“गांव में छोटेलाल के यहां हुए हादसे के बाद गांव के लोगों ने न केवल आर्थिक मदद की, बल्कि इलाज के दौरान उनकी देखरेख भी की। जिला प्रशासन ने मुजावजे के प्रकरण तैयार कर लिए हैं।”
मदन कुशवाह, सरपंच पति
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो